UP Election 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले बहुजन समाज पार्टी (Bahujan samaj party) के कद्दावर नेता रहे रामवीर उपाध्याय (Ramveer Upadhyay) ने बसपा (BSP) से इस्तीफा दे दिया है। रामवीर उपाध्याय (Ramveer Upadhyay) हाथरस के सादाबाद से विधायक हैं। हालांकि, बसपा (BSP) सुप्रीमो मायावती ने इन्हें पहले ही पार्टी से निलंबित कर दिया था। रामवीर उपाध्याय ने बसपा सुप्रीमो मायावती (Mayawati) को पत्र लिखकर इस्तीफा दिया है।
UP Election 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले बहुजन समाज पार्टी (Bahujan samaj party) के कद्दावर नेता रहे रामवीर उपाध्याय (Ramveer Upadhyay) ने बसपा (BSP) से इस्तीफा दे दिया है। रामवीर उपाध्याय (Ramveer Upadhyay) हाथरस के सादाबाद से विधायक हैं। हालांकि, बसपा (BSP) सुप्रीमो मायावती ने इन्हें पहले ही पार्टी से निलंबित कर दिया था। रामवीर उपाध्याय ने बसपा सुप्रीमो मायावती (Mayawati) को पत्र लिखकर इस्तीफा दिया है। इसमें उन्होंने लिखा है कि, मैं वर्ष 1996 (विगत 25 वर्ष) से बहुजन समाज पार्टी (Bahujan samaj party) का सक्रिय सदस्य हूं।
मैने हमेशा आपके आदेश के अनुक्रम में पार्टी को ऊंचाईयों पर ले जाने के लिए पूरे प्रदेश में दिन रात कड़ी मेहनत की जिसके फलस्वरूप वर्ष 2007 में उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी ने पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई। किन्तु सत्ता में रहने के बावजूद भी 2009 के लोक सभा चुनाव 2012 के विधानसभा चुनाव 2014 के लोकसभा चुनाव एवं 2017 के विधानसभा चुनाव में उम्मीद के अनुसार सीट न जीतने पर भी पार्टी द्वारा कोई समीक्षा नहीं की गयी, जिसकी मेरे द्वारा समय समय पर मांग की गयी थी।
उन्होंने कहा कि, 2019 के लोक सभा चुनाव में अवगत कराया था कि हम इस चुनाव में भी उम्मीद के अनुसार सीट हासिल नहीं कर रहे हैं। क्योंकि हमारे पास से कैडर वोट भी खिसक रहा है। इसके बाद भी पार्टी ने सच्चाई को नकारते हुए मुझे निलंबित कर दिया। उन्होंने कहा कि इससे मेरे समर्थक की भावनाएं आहत हुईं थीं। उन्होंने आरोप लगाया है कि, बहुजन समाज पार्टी मान्यवर कांशीराम साहब द्वारा बनाये हुए सिद्धान्तों एवं आदर्शों से भटक चुकी है। इस कारण मैं बहुजन समाज पार्टी की सदस्यता से त्याग पत्र देता हूं।