बुद्ध पूर्णिमा और गंगा दशहरा पर इस बार गंगा नदी में स्नान नहीं कर पाएंगे। इसके पीछे की वजह कोरोना वायरस बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, प्रशासन ने गंगा में डूबकी लगाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। कोरोना वायरल के चलते इस बार कोई भी घाटों पर गंगा स्नान नहीं करेगा। क्योंकि भीड़ जुटने पर संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। वहीं, त्योहारों के दिन निगरानी करने के लिए गंगा घाट पर मजिस्ट्रेट तैनात किए जाएंगे।
बदायूं। बुद्ध पूर्णिमा और गंगा दशहरा पर इस बार गंगा नदी में स्नान नहीं कर पाएंगे। इसके पीछे की वजह कोरोना वायरस बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, प्रशासन ने गंगा में डूबकी लगाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। कोरोना वायरल के चलते इस बार कोई भी घाटों पर गंगा स्नान नहीं करेगा। क्योंकि भीड़ जुटने पर संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। वहीं, त्योहारों के दिन निगरानी करने के लिए गंगा घाट पर मजिस्ट्रेट तैनात किए जाएंगे।
डीएम दीपा रंजन ने आने वाले समय में तमाम धार्मिक आयोजनों को लेकर मजिस्ट्रेट अफसर तैनात कर कार्यक्रमों पर रोक लगायी है। बताया जा रहा है कि वर्तमान में शासन से कोरोना कर्फ्यू को बढ़ा दिया गया है। साथ ही जिले में धारा 144 लागू है। ऐसे में यदि गंगा घाट पर भीड़ जुटती है तो फिर से कोरोना संक्रमण फैलने का डर रहेगा। वहीं, गंगा स्नान घाटों पर कानून एवं शांति व्यवस्था बनाये रखने को मजिस्ट्रेट को नामित किये गये हैं नामित मजिस्ट्रेट की तैनाती स्थल लाल बहादुर एसडीएम सदर कछला स्थित भागीरथ घाट, चंद्रशेखर बीडीओ उझानी कछला घाट कासगंज की ओर तैनात रहकर निगरानी करेंगे।
एक जून से टीकाकरण के दिए निर्देश
वहीं, कुछ देर पहले खबर सामने आई थी कि कोरोना टेस्ट के साथ ही अब उत्तर प्रदेश ने टीकाकरण में भी अपना लोहा मनवाया है। 24 मई को प्रदेश में 2 लाख 79 हज़ार से ज्यादा लोगों को कोरोना की वैक्सीन की डोज़ दी गईं। केंद्र सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, टीकाकरण के मामले में महाराष्ट्र दूसरे और मध्यप्रदेश तीसरे नंबर पर है। महाराष्ट्र में 247633, तो मध्य प्रदेश में 214633 लोगों को टीका लगाया गया। आने वाले दिनों में टीकाकरण अभियान में और तेजी देखने को मिलेगी। मुख्यमंत्री ने टीकाकरण अभियान की समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को 18 से 44 आयु वर्ग वालों के लिए प्रदेश के सभी जिलों में 1 जून से टीकाकरण के निर्देश दिए हैं।