यूपी (UP) के जौनपुर जिले (Jaunpur District) में त्रिलोचन महादेव मंदिर (Trilochan Mahadev Temple)में एक मुस्लिम कपल (Muslim Couple)ने हिन्दू रीति रिवाज से शादी कर ली है। सबसे खास बात यह है कि कपल अमेरिका का रहने वाला है, वे भारत घूमने आए थे। वे दोनों हिन्दू संस्कृति को बहुत पसंद आई। इसके बाद दोनों ने मंदिर में शादी करने का फैसला कर लिया।
जौनपुर : यूपी (UP) के जौनपुर जिले (Jaunpur District) में त्रिलोचन महादेव मंदिर (Trilochan Mahadev Temple)में एक मुस्लिम कपल (Muslim Couple)ने हिन्दू रीति रिवाज से शादी कर ली है। सबसे खास बात यह है कि कपल अमेरिका का रहने वाला है, वे भारत घूमने आए थे। वे दोनों हिन्दू संस्कृति को बहुत पसंद आई। इसके बाद दोनों ने मंदिर में शादी करने का फैसला कर लिया।
मंदिर के पुजारियों के मंत्रोच्चारण के बीच कपल ने त्रिलोचन महादेव मंदिर (Trilochan Mahadev Temple) में सात फेरे लिए और फिर सिंदूरदान हुआ। शादी के बाद कहा कि मुझे लगता है कि हिन्दू धर्म से मुझे मानसिक शांति मिल सकती है। अमेरिकी मूल के मुस्लिम दंपति कियामह दीन खलीफा और केशा खलीफा भारत घूमने आए थे। इस दौरान मुस्लिम दंपति को हिन्दू संस्कृति ऐसा भाया कि दोनों ने हिन्दू रीति रिवाज से बाबा भोलेनाथ को साक्षी मानकर त्रिलोचन महादेव मंदिर (Trilochan Mahadev Temple) के मंदिर में शादी कर ली। हालांकि, कपल, इससे पहले निकाह भी कर चुका था।
त्रिलोचन महादेव मंदिर (Trilochan Mahadev Temple) के पुजारी रवि शंकर गिरी के अनुसार दोनों की उम्र 40-45 के बीच है। पुजारी के अनुसार कपल पहले से शादीशुदा है। खालिद ने बताया कि वह 9 बच्चों के पिता हैं। वहीं पत्नी केशा खलीफा के अनुसार उनके दादा भारतीय मूल के हिन्दू हैं। अमेरिकी मुस्लिम कपल (American Muslim Couple) का हिन्दू परम्परा के मुताबिक शादी करने की घटना की आसपास के इलाकों में खूब चर्चा हो रही है।
हिन्दू धर्म से मुझे मिलती है मानसिक शांति
हिन्दू रीति रिवाज से शादी करने को लेकर कियामह ने कहा कि ऐसा लग रहा था जैसे मेरी जिंदगी से कुछ मिसिंग है। मैं भगवान के साथ डीप कनेक्शन चाहता था। हिन्दू धर्म को फॉलो कर हम खुद के साथ एक बेहतर कनेक्शन डेवलप कर सकते हैं। तो मैं भगवान के साथ भी एक बेहतर कनेक्शन डेवलप कर सकता हूं। मुझे लगता है कि हिन्दू धर्म से मुझे मानसिक शांति मिल सकती है। कियमाह दिन खलीफा अपनी पत्नि केशा खलीफा के साथ भारत घूमने आए हुए थे। वाराणसी की घाटों, मंदिरों और दूसरे धार्मिक जगहों पर घूमने के दौरान दोनों को हिन्दू संस्कृति से इतना लगाव हो गया कि उन्होंने हिन्दू रीति रिवाज से वैवाहिक बंधन में बंधने का फैसला कर लिया । कपल ने शनिवार को जौनपुर जिले के त्रिलोचन महादेव मंदिर में आकर हिन्दू रीति रिवाज से शादी कर ली । अमेरिका से आए इस मुस्लिम जोड़े ने मंदिर में हिंदू रीति रिवाज से अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे लिए. फिर मंत्रोच्चारण के साथ खलीफा ने केशा को सिंदूरदान भी किया।
हालांकि, पासपोर्ट और वीजा साथ में न लाने की वजह से शादी के तुरंत बाद रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट लिए बिना ही कपल को वापस लौटना पड़ा था। फिर रविवार को मुस्लिम कपल ने जरूरी कागजात दिया और सर्टिफिकेट ले गए। कियामह और केशा के साथ आए पंडित गोविंद शास्त्री ने बताया कि हिंदू रीति रिवाज से शादी की सारी रस्में पूरी की गई थी और इसके बाद वे दोनों चले गए थे।