बिहार के शिक्षामंत्री चंद्रशेखर के रामचरित मानस को लेकर हाल में ही विवादित बयान दिया था। उनके बयान को लेकर देशभर में विरोध हो रहा है। अभी ये मामला थमा नहीं था कि समाजवादी पार्टी के नेता और एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने रामचरित मानस को लेकर विवादित बयान दिया है।
UP News: बिहार के शिक्षामंत्री चंद्रशेखर के रामचरित मानस को लेकर हाल में ही विवादित बयान दिया था। उनके बयान को लेकर देशभर में विरोध हो रहा है। अभी ये मामला थमा नहीं था कि समाजवादी पार्टी के नेता और एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने रामचरित मानस को लेकर विवादित बयान दिया है।
एक न्यूज चैनल से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि धर्म कोई भी हो हम उसका सम्मान करते हैं। लेकिन धर्म के नाम पर जाति विशेष, वर्ग विशेष को अपमानित करने का काम किया गया है, हम उस पर आपत्ति दर्ज कराते हैं। उन्होंने चैनल से बातचीत करते हुए कहा कि करोड़ों लोग रामचरित मानस को नहीं पढ़ते हैं सब बकवास है।
उन्होंने ये कहा कि सरकार को संज्ञान लेते हुए रामचरित मानस से जो आपत्तिजनक अंश है उसे बाहर करना चाहिए या फिर पूरी तरह से पुस्तक को बैन कर देना चाहिए। साथ ही कहा कि इसमें कुछ अंश ऐसे हैं, जिनपर हमें आपत्ति है। क्योंकि किसी भी धर्म में किसी को भी गाली देने का कोई अधिकार नहीं है। तुलसीदास की रामायण की चौपाई है। इसमें वह शुद्रों को अधम जाति का होने का सर्टिफिकेट दे रहे हैं।