जनता की समस्याओं से दूरी बनाने वाले अफसरों पर मुख्मयंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) बेहद गंभीर हैं। जनता दर्शन में फरियादियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए मुख्यमंत्री ने अफसरों को सख्त हिदायत देते हुए थाना व ब्लॉक स्तर पर रोजाना सुनवाई करने के निर्देश दिये हैं।
लखनऊ। जनता की समस्याओं से दूरी बनाने वाले अफसरों पर मुख्मयंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) बेहद गंभीर हैं। जनता दर्शन में फरियादियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए मुख्यमंत्री ने अफसरों को सख्त हिदायत देते हुए थाना व ब्लॉक स्तर पर रोजाना सुनवाई करने के निर्देश दिये हैं। पिछले कई महीनों से वह लगातार कार्य प्रणाली को सुधारने के लिए दिशा निर्देश देते रहे हैं। लेकिन इस बार उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि तहसील, ब्लॉक और थानों की कार्यप्रणाली में आमूलचूल परिवर्तन दिखाई नहीं दिया तो ऊपर से नीचे तक के सभी अधिकारियों पर कार्रवाई होगी।
सीएम योगी (CM Yogi) ने साफ तौर पर कहा कि अगर स्थानीय स्तर पर फरियादियों की समस्याओं को नहीं सुना गया तो अफसरों पर कार्रवाई होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने वरिष्ठ अफसरों को निर्देश देत हुए कहा कि अफसर तहसील, ब्लॉक और थानों के कार्यों की समीक्षा करें और खराब प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाये। सीएम योगी (CM Yogi) वरिष्ठ अफसरों से दो टूक कहा है कि जो अफसर-कर्मचारी अपना काम ठीक से नहीं कर रहे हैं, तत्काल उन्हें हटाकर युवा और तेज-तर्रार अफसरों को जिम्मेदारी दी जाए। मुख्यमंत्री के रुख से स्पष्ट है कि अगर अफसरों ने अपनी कार्यप्रणाली नहीं सुधारी तो हीलाहवाली करने वाले अफसरों के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा।
समीक्षा बैठक (Review Meeting) में दिये निर्देश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) प्रदेश में आमजन की समस्याओं और उनके समाधान से सीधे जुड़े दफ्तरों की कार्यप्रणाली सीधे तौर पर नजर रख रहे हैं। अफसरों व कर्मचारियों के ठीक से काम करने की शिकायतें उन तक पहुंच रही हैं। इसे देखते हुए उन्होंने प्रदेश के वरिष्ठ अफसरों के साथ समीक्षा बैठक (Review Meeting) की और उन्हें लापरवाह अफसरों व कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिये हैं।
हर दिन हो सुनवाई मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जिलों में तहसील, ब्लॉक और थाना स्तर पर प्रतिदिन कम से कम एक घंटे की सुनवाई अवश्य की जाए। मुख्यालयों पर संबद्ध कर्मचारियों को तुरंत फील्ड ड्यूटी पर भेजा जाए। तहसील, ब्लॉक और थाना स्तर के कर्मचारियों की जवाबदेही तय हो और लापरवाही बरतने वालों को किसी भी हाल में बख्शा न जाए। सीएम ने जिलाधिकारी और पुलिस कप्तान को अपने क्षेत्र में विकास का एजेंडा तय करने के निर्देशे दिये हैं। साथ ही उन्हें भी हर हफ्ते जन समस्याओं के निस्तारण की समीक्षा का भी निर्देश दिया है।