उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव की तैयारियां जोरों पर शुरू हो गई हैं। प्रदेश में दो चरणों में नगर निकाय के चुनाव होंगे। पहले चरण के लिए चार और दूसरे चरण के लिए 11 मई को वोटिंग होगी। इससे पहले भाजपा ने बड़ा फैसला लिया है। भाजापा की तरफ से स्पष्ट कर दिया गया है कि पार्टी चुनाव में मौजूदा मंत्री, एमपी और एमएलए के परिवारवालों को और रिश्तेदारों को टिकट नहीं देगी।
UP Nikay Chunav 2023: उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव की तैयारियां जोरों पर शुरू हो गई हैं। प्रदेश में दो चरणों में नगर निकाय के चुनाव होंगे। पहले चरण के लिए चार और दूसरे चरण के लिए 11 मई को वोटिंग होगी। इससे पहले भाजपा ने बड़ा फैसला लिया है। भाजापा की तरफ से स्पष्ट कर दिया गया है कि पार्टी चुनाव में मौजूदा मंत्री, एमपी और एमएलए के परिवारवालों को और रिश्तेदारों को टिकट नहीं देगी।
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में हुई बैठक में इसका निर्णय लिया गया। वहीं, प्रभारी मंत्रियों को जिताऊ उम्मीदवारों को टिकट देने और प्रक्रिया पर नजर रखने का निर्देश दिया गया है। भाजपा के इस फैसले के बाद कई सीटों के समीकरण बदल गए हैं, जिसमें प्रयागराज की सीट पर भी चुनावी समीकरण बदलते दिखेंगे।
दरअसल, यूपी सरकार के मंत्री नंद गोपाल नंदी की पत्नी अभिलाषा गुप्ता इस समय प्रयागराज की मेयर हैं। वह इस पद पर साल 2012 से बनी हुई हैं। पिछले काफी दिनों से चर्चा चल रही थी कि अगर अभिलाषा को फिर से टिकट मिलता है तो वो चुनाव जीत जायेंगी।
वहीं, अब भाजपा के इस फैसले कि बाद पार्टी मौजूदा मंत्री, एमपी और एमएलए के परिवारवालों और रिश्तेदारों को टिकट नहीं देगी के बाद ऐसी स्थिति में अभिलाषा गुप्ता का टिकट कट सकता है। सूत्रों के मुताबिक, भाजपा लखनऊ समेत कई जगहों पर मौजूदा 14 में से 11 मेयरों का टिकट काटने की तैयारी में है और जल्द ही पार्टी इस पर अपना मुहर लगा देगी।