उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव के परिणाम कल यानी 13 मई को आयेंगे। मतगणना की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। शनिवार सुबह से वोटों की गिनती की जाएगी। वोटों की गिनती से पहले भाजपा, सपा और बसपा समेत अन्य राजनीति दलों के नेताओं की धड़कने तेज हो गईं हैं।
UP Nikay Chunav Results: उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव के परिणाम कल यानी 13 मई को आयेंगे। मतगणना की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। शनिवार सुबह से वोटों की गिनती की जाएगी। वोटों की गिनती से पहले भाजपा, सपा और बसपा समेत अन्य राजनीति दलों के नेताओं की धड़कने तेज हो गईं हैं। हर कोई अपने-अपने तरीके से प्रत्याशियों की जीत-हार के लिए वोटों की गणित को जोड़ा घटा रहा है। कम वोटिंग किस पर भारी पड़ी और किसे इसका फायदा हुआ इसका आकलन भी रणनीतिकार अलग-अलग ढंग से कर रहे हैं इसलिए कोई दल या उम्मीदवार निश्चिंत नहीं हो पा रहा है।
दरअसल, लोकसभा चुनाव से ठीक पहले यूपी में निकाय चुनाव हो रहा है। लिहाजा, सभी पार्टियां इस चुनाव को बेहद ही अहम मान रही हैं। साथ ही चुनाव के नतीजे आने से पहले उनके माथे पर चिंता भी दिख रही है। पहले चरण के निकाय चुनाव में 37 जिलों में करीब 52% मतदान ही हो सका था। जबकि दूसरे चरण के दौरान 38 जिलों 53% वोट पड़े। अब किस दल या प्रत्याशी के वोटर बूथ तक ज्यादा पहुंचे और किसके नहीं जीत-हार का फैसला इसी पर टिका है।
सत्ताधारी भाजपा के लिए बड़ी चुनौती
बता दें कि, कम मतदान वाले नगर निगमों ने बीजेपी की चिंता थोड़ी बढ़ा दी है। खासतौर से बरेली और मेरठ को लेकर पार्टी की चिंता है। दूसरे चरण में सपा कानपुर और अयोध्या में भी मुकाबला करती नजर आई। भाजपा के राज्य मुख्यालय से गुरुवार को दिनभर जिलों से पल-पल की रिपोर्ट ली जाती रही। हालांकि इसकी निगरानी में लगाए गए प्रदेश महामंत्री सहित अन्य को बेपरवाही पर संगठन महामंत्री की नाराजगी भी झेलनी पड़ी।