योगी सरकार (Yogi Government) के शपथ ग्रहण से पहले ही यूपी पुलिस (UP Police) ने बुधवार को बड़ा एक्शन लिया है। यूपी पुलिस (UP Police) ने पशुपालन घोटाले (Animal Husbandry Scam) में निलंबित डीआईजी अरविंद सेन समेत 21 आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट (Gangster Act) की कार्रवाई की है। लखनऊ की हजरतगंज पुलिस (Hazratganj Police) ने गैंगस्टर एक्ट (Gangster Act) में केस दर्ज किया है। पुलिस ने डीआईजी अरविंद सेन (DIG Arvind Sen) और घोटाले के मास्टरमाइंड अरुण राय समेत सभी गिरफ्तार 21 आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट (Gangster Act) लगाया है।
लखनऊ। योगी सरकार (Yogi Government) के शपथ ग्रहण से पहले ही यूपी पुलिस (UP Police) ने बुधवार को बड़ा एक्शन लिया है। यूपी पुलिस (UP Police) ने पशुपालन घोटाले (Animal Husbandry Scam) में निलंबित डीआईजी अरविंद सेन समेत 21 आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट (Gangster Act) की कार्रवाई की है। लखनऊ की हजरतगंज पुलिस (Hazratganj Police) ने गैंगस्टर एक्ट (Gangster Act) में केस दर्ज किया है। पुलिस ने डीआईजी अरविंद सेन (DIG Arvind Sen) और घोटाले के मास्टरमाइंड अरुण राय समेत सभी गिरफ्तार 21 आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट (Gangster Act) लगाया है।
इंस्पेक्टर हजरतगंज ने सभी के खिलाफ 17 मार्च को गैंगस्टर एक्ट (Gangster Act) की एफआईआर दर्ज करवाई है। करोड़ों की ठगी के मामले में निलंबित डीआईजी अरविंद सेन, रूपक राय, उमाशंकर तिवारी, अनिल राय, त्रिपुरेश पांडेय, सचिन वर्मा, रजनीश दीक्षित, धीरज कुमार देव, अखिलेश कुमार उर्फ एके राजीव, रघुवीर प्रसाद, संतोष मिश्र, दिलबार यादव, अमित मिश्र, उमेश मिश्र, अरुण राय, प्रवीण राघव, महेंद्र तिवारी, लोकेश मिश्र और गैंग लीडर आशीष राय के खिलाफ गैंगस्टर ऐक्ट के तहत कार्रवाई की गई है।
बता दें कि इंदौर के एक व्यापारी मंजीत सिंह भाटिया को चारा आपूर्ति के टेंडर में शामिल करने के मामले में विधानसभा सचिवालय के कुछ पत्रकारों और कर्मचारियों सहित 14 लोग शामिल थे। भाटिया के साथ कथित तौर पर इन लोगों ने 9.72 करोड़ रुपये की ठगी की थी। पशुपालन विभाग में एक व्यक्ति को टेंडर दिलाने के नाम पर 9 करोड़ से ऊपर की ठगी की गई थी, जिसके बाद आरोपी आशीष राय मामलों को मैनेज करने के लिए आरोपी संतोष मिश्रा सांठगांठ करता था।
संतोष मिश्रा खुद को पत्रकार बताकर पुलिस से मैनेज करता था। साथ ही इसके बदले मोटी रकम दी जाती थी। पिछले साल हुई थी गिरफ्तारी इस मामले में पशुधन राज्यमंत्री जयप्रताप निषाद (Minister of State for Livestock Jaipratap Nishad) के निजी प्रधान सचिव रजनीश दीक्षित (Private Principal Secretary Rajneesh Dixit), निजी सचिव धीरज कुमार देव, इलेक्ट्रॉनिक चैनल के पत्रकार आशीष राय, अनिल राय, कथित पत्रकार एके राजीव, रूपक राय और उमाशंकर को 14 जून को गिरफ्तार किया गया था।
पीड़ित मंजीत ने सीबीसीआईडी के तत्कालीन एसपी (अब डीआईजी) अरविंद सेन पर इन लोगों से मिलीभगत कर धमकाने का आरोप लगाया था। मामले की जांच कर रही एसटीएफ (STF) की पड़ताल में साफ हुआ कि तब तत्कालीन एसपी अरविन्द सेन (Arvind Sen) ने पीड़ित को धमकाया था। इसके बाद योगी सरकार ने पीएसी सेक्टर आगरा में तैनात डीआईजी अरविंद सेन (DIG Arvind Sen) को निलंबित कर दिया था।