लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सियासी सरगर्मी बढ़ती जा रही है। समाजवादी पार्टी भी इस चुनाव को लेकर अपनी रणनीतिक पर काम करना शुरू कर दी है। जातीय जनगणना को लेकर समाजवादी पार्टी बड़ा अभियान चलाने जा रही है। 24 फरवरी से सपा राज्यव्यापी ब्लॉक स्तरीय अभियान शुरू करने जा रही है। इसको लेकर प्रदेश का राजनीतिक तापमान बढ़ना शुरू हो गया है।
UP Politics News: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सियासी सरगर्मी बढ़ती जा रही है। समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) भी इस चुनाव को लेकर अपनी रणनीतिक पर काम करना शुरू कर दी है। जातीय जनगणना को लेकर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) बड़ा अभियान चलाने जा रही है। 24 फरवरी से सपा राज्यव्यापी ब्लॉक स्तरीय अभियान शुरू करने जा रही है। इसको लेकर प्रदेश का राजनीतिक तापमान बढ़ना शुरू हो गया है।
इसको लेकर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Deputy CM Keshav Prasad Maurya) ने अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर पलटवार किया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि, ‘जातीय जनगणना की बात केवल ढोंग है,जब सरकार में थे तब मौनी बाबा अब बाहर तब मांग केवल 2024 में चुनावी लाभ के लिए है जो नहीं मिलेगा। इसके साथ ही कहा कि, पहले अखिलेश यादव जी (Akhilesh Yadav) समाप्त हो रही सपा का बचाने को अध्यक्ष पद किसी और को सौंप जातिगत न्याय की शुरुआत संगठन से करें फिर ये बात करें।
जातीय जनगणना की बात केवल ढोंग है,जब सरकार में थे तब मौनी बाबा अब बाहर तब माँग केवल 2024में चुनावी लाभ के लिए है जो नहीं मिलेगा,
पहले @yadavakhilesh जी समाप्त हो रही सपा का बचाने को अध्यक्ष पद किसी और को सौंप जातिगत न्याय की शुरुआत संगठन से करें फिर ये बात करें।#2024_फिर_से_मोदी— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) February 19, 2023
गौरतलब है कि, सपा 24 फरवरी से जातीय जनगणना के लिए राज्यव्यापी ब्लॉक स्तरीय अभियान शुरू करने जा रही है। पहला चरण 5 मार्च को समाप्त होगा। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने ऐलान किया है कि पार्टी इस मुद्दे को विधानसभा में भी उठायेंगे। दरअसल, सपा को लगता है कि वह 85 बनाम 15 (85 प्रतिशत ओबीसी व दलित हैं और 15 प्रतिशत उच्च जातियां हैं) को बढ़ावा देकर बीजेपी के 80 बनाम 20 (80 हिंदू, 20 मुस्लिम) के सांप्रदायिक कार्ड का मुकाबला कर सकती है।