UP Weather : उत्तर प्रदेश (UP) में इंतजार की घड़ियां खत्म हुईं । अब मानसून एक्सप्रेस (Monsoon Express) की यूपी में सिद्धार्थनगर से एंट्री हो चुकी है। अगले 48 घंटे में इसके प्रदेश के कुछ और भागों तक पहुंचने के आसार हैं। आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र (Zonal Meteorological Center) के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह और मो. दानिश ने शुक्रवार की दोपहर उत्तर प्रदेश में मानसून के प्रवेश कर जाने की पुष्टि की।
UP Weather : उत्तर प्रदेश (UP) में इंतजार की घड़ियां खत्म हुईं । अब मानसून एक्सप्रेस (Monsoon Express) की यूपी में सिद्धार्थनगर से एंट्री हो चुकी है। अगले 48 घंटे में इसके प्रदेश के कुछ और भागों तक पहुंचने के आसार हैं। आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र (Zonal Meteorological Center) के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह और मो. दानिश ने शुक्रवार की दोपहर उत्तर प्रदेश में मानसून के प्रवेश कर जाने की पुष्टि की।
वैज्ञानिकों ने बताया कि दक्षिण पश्चिम मानसून (South West Monsoon) कनार्टक एव तेलंगना के कुछ और हिस्सों को कवर कर गया। आंध्र प्रदेश के बचे हुए हिस्से, विदर्भ व छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, उत्तरी पश्चिमी बंगाली की खाड़ी के सभी इलाकों को कवर करते हुए झारखंड, बिहार से आगे बढ़ते हुए उत्तर प्रदेश में प्रवेश कर गया। साथ ही प्रदेश के उत्तर पूर्वी भाग के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ गया है। आगामी 48 घंटो के दौरान इसके उत्तर प्रदेश कोकुछ और हिस्सों में आगे बढ़ने के आसार हैं। मौसम विभाग (Weather Department)के मुताबिक मानसून के पूर्वी उत्तर प्रदेश में प्रवेश करने की सामान्य तिथि 18 जून था। शुरुआत में एक सप्ताह की देरी प्रदेश में देरी से पहुंचने का कारण बनी।
अब तक 22.3 मिमी बारिश, क्या तोड़ पाएगी रिकार्ड
लखनऊ में इस अवधि में 22..3 मिमी बारिश रिकार्ड की गई है। यह सामान्य से 51 फीसदी कम है। इस अवधि में बारिश का समान्य औसत 45..2 मिमी है। ऐसे में बीते वर्षों में हुई बरसात के आंकड़े देखें तो 2017 में एक दिन में 111..2 मिमी बारिश का रिकार्ड दर्ज है। 2013 में 61..7, 2015 में 55..8 मिमी बरसात अधिकतम रिकॉर्ड हो चुकी है।बीते दिन गर्मी की तीव्रता, बारिश की धीमी रफ्तार को देखते हुए अनुमान लगाना मुश्किल है कि कितनी अधिक बरसात हो सकेगी।
वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक, मानसून ने बृहस्पतिवार को आंध्र प्रदेश के ज्यादातर भाग, तेलंगाना, ओडिशा व पश्चिमी बंगाल के कुछ हिस्सों को भिगोते हुए बिहार में आगे बढ़ा है। इसके आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। यही रफ्तार बनी रही तो 48 घंटे के भीतर मानसूनी बरसात पूरे प्रदेश को भिगोएगी।
कमजोर पड़ते चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का भी असर देखने को मिल रहा है। इसके चलते बुंदेलखंड में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी बारिश हुई है। इससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। राठ में 295, महोबा 160, झांसी में 52 व मौदहा में 121 मिमी से अधिक बारिश हुई है। प्रदेश के कई अन्य हिस्सों में भी धीमी बारिश हुई है। 23 जून को बारिश की तीव्रता में कुछ कमी आएगी, लेकिन 24 जून को फिर झमाझम बरसात के आसार बन रहे हैं।
अभी तक सामान्य से बहुत कम बारिश
22 जून 2023 में अब तक हुई बरसात की बार करें तो सामान्य से कम बरसात दर्ज हुई है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में 16.9 मिमी बरसात हुई, जबकि सामान्य औसत 55.5 मिमी का है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 35.3 मिमी बरसात रिकॉर्ड हुई, जबकि सामान्य औसत 40.9 मिमी का है। पूरे प्रदेश में 24.4 मिमी पानी बरसा, जबकि बरसना चाहिए था 49.5 मिमी।