सनातन धर्म में पूजा घर को बहुत पवित्र स्थल माना जाता है। भगवान के स्मरण के लिए लोग अपने घरों में भी पूजा स्थल बनाते है।
Vastu Tips : सनातन धर्म में पूजा घर को बहुत पवित्र स्थल माना जाता है। भगवान के स्मरण के लिए लोग अपने घरों में भी पूजा स्थल बनाते है। धार्मिक मान्यता है कि प्रतिदिन नियम पूर्वक पूजा-अर्चना करने से घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर रहती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार बना रहता है। घर के पूजा स्थल पर स्वच्छता और शुद्धता विशेष ध्यान रखना चाहिए। ऐसा नहीं करने पर दुष्प्रभावों का सामना करना पड़ता है। आइए जानते हैं कि किन वस्तुओं को पूजा घर के आसपास नहीं होनी चाहिए।
यदि कोई व्यक्ति अपने घर के मंदिर के आसपास पितरों या पूर्वजों की तस्वीर लगाता है, तो इससे व्यक्ति को बुरे परिणाम देखने को मिलते हैं। पूजा घर के आस-पास पूर्वजों की तस्वीर लगाने से परिवार को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसी स्थिति में तुरंत ही पितरों की तस्वीर को वहां से हटा देना चाहिए। पितरों की तस्वीर लगाने के लिए दक्षिण दिशा को सबसे अच्छा माना गया है।
घर के मंदिर में शंख भी रखते हैं लेकिन शास्त्रों में बताया गया है कि मंदिर में एक से ज्यादा शंख नहीं रखने चाहिए।
1.वास्तु के अनुसार घर में पूजा का कमरा नार्थ -ईस्ट दिशा में बनाना चाहिए।
2.हमेशा ध्यान रखें की पूजा करते समय आपका मुख पूर्व दिशा की तरफ होना चाहिए।
3.पूजा घर कभी बालकनी, छत या सीढ़ियों के नीचे नहीं बनाना चाहिए।
4.पूजा घर के अंदर लाल रंग का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करना चाहिए।
5.मंदिर को किसी भी बीम के नीचे नहीं रखना चाहिए।
6.किचन, मास्टर बेडरूम इत्यादि में मंदिर बनाना एक वास्तु दोष उत्पन्न करता हैं।
7.टॉयलेट की दीवार के साथ पूजा रूम बनाना घर में नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न करता हैं।