जीवन शैली को दिशा देने वाला पौराणिक ग्रंथ वास्तु शास्त्र है। ठीक से नींद लेना बहुत जरूरी है। नींद पूरी न होने से स्वास्थ्य पर असर पड़ने लगता है। दिनचर्या का कामकाज प्रभावित होता है।
Vastu Tips : जीवन शैली को दिशा देने वाला पौराणिक ग्रंथ वास्तु शास्त्र है। ठीक से नींद लेना बहुत जरूरी है। नींद पूरी न होने से स्वास्थ्य पर असर पड़ने लगता है। नीद न पूरी होने पर दिनचर्या का कामकाज प्रभावित होता है। वास्तु के अनुसार सोते समय हमारा सिर दक्षिण या फिर उत्तर दक्षिण दिशा की ओर होना चाहिए। यानी हमारे पैर उत्तर और पश्चिम दिशा की ओर होने चाहिए।
वास्तु शास्त्र कहता है कि अगर व्यक्ति दक्षिण दिशा में सिर रखकर सोता है तो उसकी सेहत अच्छी रहती है। इतना ही नहीं, कई तरह की बीमारियों से भी दूर रहते हैं। वैज्ञानिक तथ्यों पर भी यह मान्यता आधारित है। कहते हैं कि दक्षिण दिशा में पैर करके सोने से चुंबकीय धारा पैर से प्रवेश करते हुए सिर से निकलती है। जिस वजह से मानसिक तनाव बढ़ता है और सुबह उठने पर मन भारी लगता है।
पूर्व दिशा में सिर करके सोने से व्यक्ति की याददाश्त, एकाग्रता बढ़ती है। उसका स्वास्थ्य बेहतर होता है। विद्यार्थियों और ऐसे लोग जिनका झुकाव अध्यात्म की ओर है उन्हें पूर्व में सिर करके सोना चाहिए।