स्वाद के संसार में चटनी विशेष रोल है।सिलबट्टे की चटनी का स्वाद लाजवाब होता है। रसोई घर सिलबट्टे विना अधूरी रहती है।
Vastu Tips: स्वाद के संसार में चटनी विशेष रोल है।सिलबट्टे की चटनी का स्वाद लाजवाब होता है। रसोई घर सिलबट्टे विना अधूरी रहती है। प्राचीन काल से ही भारतीय घर परिवारों में सिलबट्टे का उपयोग होता आ रहा है। मसालों को कूटना पीसना और व्यंजनों में स्वाद को बढ़ाने के लिए इस उपकरण का उपयोग होता आ रहा है। वास्तु शास्त्र के अनुसार सिलबट्टे को रखने की दिशा तय है। इसका असर परिवार की तरक्की पर पड़ता है। गृहणियों को पता होना चाहिए कि सिलबट्टे को किस दिशा में रखें। आइये जानते है सिलबट्टे के वास्तु शास्त्र के बारे में।
1. सिलबट्टे को भूल कर भी ईशान कोण यानी कि उत्तर पूर्व दिशा में ना रखें। आप इसे पश्चिम या दक्षिण दिशा में रख सकते हैं। गलत दिशा में रखने से घर में नकारात्मकता आ सकती है।
2.सिलबट्टा नीम की लकड़ी का बना होना चाहिए।
3.नीम के अंदर कई ऐसे गुण पाए जाते हैं जो सेहत को कई समस्याओं से दूर रख सकते हैं। ऐसे में वास्तु शास्त्र के अनुसार, नीम का सिलबट्टा इस्तेमाल करने से पॉजिटिविटी आती है और शरीर तंदुरुस्त रहता है।
4.सिलबट्टे पर नमक जरूर पीसना चाहिए । नमक के पानी से जरूर धोएं। ऐसा करने से ना केवल घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है।
5.सिलबट्टे को कभी भी गंदा नहीं छोड़ना चाहिए।
6.सिलबट्टे को कभी भी लेटा कर नहीं रखना चाहिए। हमेशा उसे खड़ा हुआ रखना चाहिए और दोनों को एक साथ रखना चाहिए