बॉलीवुड इस समय शोक मना रहा है। अनुभवी पार्श्व गायिका और अभिनेत्री सुलक्षणा पंडित का लंबी बीमारी के बाद गुरुवार शाम को 71 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। उनके निधन के संबंध में अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है। लोकप्रिय संगीतकार जोड़ी जतिन-ललित और गुजरे जमाने की अदाकारा विजयता पंडित की बहन सुलक्षणा को महान किशोर कुमार के साथ बेकरार दिल तू गए जा और सोमवार को हम मिले मंगलवार को नैन' गाने के लिए जाना जाता है।
मुंबई। बॉलीवुड इस समय शोक मना रहा है। अनुभवी पार्श्व गायिका और अभिनेत्री सुलक्षणा पंडित (Veteran playback singer and actress Sulakshana Pandit) का लंबी बीमारी के बाद गुरुवार शाम को 71 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। उनके निधन के संबंध में अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है। लोकप्रिय संगीतकार जोड़ी जतिन-ललित और गुजरे जमाने की अदाकारा विजयता पंडित (Actress Vijayta Pandit) की बहन सुलक्षणा को महान किशोर कुमार (great kishore kumar) के साथ बेकरार दिल तू गए जा और सोमवार को हम मिले मंगलवार को नैन’ गाने के लिए जाना जाता है।
पाश्र्व गायिका सुलक्षणा पंडित का संगीतकार मोहम्मद रफी (Musician Mohammed Rafi) के साथ गाना परदेसिया तेरे देश में भी लोगों को बहुत पसंद आया। इस जोड़ी ने मिलकर सोना रे तुझे कैसे मिलूं, ये प्यारा लागे तेरा चेहरा, जब आती होगी याद मेरी और ये प्यार किया है जैसे कई संगीत रत्न बनाए और महान गायिका लता मंगेशकर (Legendary singer Lata Mangeshkar) के साथ उनकी जोड़ी सात समुंदर पार को कोई नहीं भूल सकता। इसके अलावा, 1976 में उन्हें फिल्म संकल्प के गीत तू ही सागर तू ही किनारा के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार मिला था। सुलक्षणा ने अपने सिनेमाई सफर की शुरुआत 1975 में रिलीज़ हुई फिल्म उलझन से की थी, जिसमें उन्होंने दिग्गज अभिनेता संजीव कुमार के साथ अभिनय किया। बताया जाता है कि शूटिंग के दौरान दोनों के बीच काफी घनिष्ठ संबंध थे। संयोग से छह नवंबर को भारतीय सिनेमा के प्रतिष्ठित प्रतीक संजीव कुमार की 40वीं पुण्यतिथि भी है। सुलक्षणा ने हेराफेरी (1976), धर्म कांटा (1982), दो वक्त की रोटी (1988) और गोरा (1987) जैसी फिल्मों में भी काम किया।