1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. Viral Video: लखनऊ में रिश्वत लेते दरोगा गिरफ्तार, एंटी करप्शन टीम ने जाल बिछाकर ऐसे पकड़ा रंगे हाथों

Viral Video: लखनऊ में रिश्वत लेते दरोगा गिरफ्तार, एंटी करप्शन टीम ने जाल बिछाकर ऐसे पकड़ा रंगे हाथों

आरोप है कि वह एक होटल मालिक को फंसाने की धौंस देकर रुपए वसूल रहा था। एसीओ की टीम सब इंस्पेक्टर राहुल त्रिपाठी को घसीटते हुए ले गई, जिससे उसकी वर्दी पर लगा बैज टूटकर गिर गया। पीजीआई थाने ले जाकर पूछताछ के बाद मुकदमा दर्ज किया गया।

By प्रिन्सी साहू 
Updated Date

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शनिवार को एक दरोगा को यूपी पुलिस के भ्रष्टाचार निरोधक संगठन ने उसे दस हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया था। दरोगा एक होटल मालिक को डरा धमकाकर घूस ले रहा था। इसकी शिकायत पर मिलने पर एससी ने उसके खिलाफ एक्शन लिया।
दरोगा राहुल त्रिपाठी ( Daroga Rahul Tripathi) बंथरा थाने के हरौनी पुलिस चौकी का प्रभारी था।

पढ़ें :- Maggi Panipuri Video: महिला ने पानी पूरी में मटर की जगह डाली मैगी, और फिर किया ...

आरोप है कि वह एक होटल मालिक को फंसाने की धौंस देकर रुपए वसूल रहा था। एसीओ की टीम सब इंस्पेक्टर राहुल त्रिपाठी को घसीटते हुए ले गई, जिससे उसकी वर्दी पर लगा बैज टूटकर गिर गया। पीजीआई थाने ले जाकर पूछताछ के बाद मुकदमा दर्ज किया गया।

पढ़ें :- मंडल रेल प्रबंधक, उत्तर रेलवे लखनऊ को उत्तरीय रेलवे मजदूर यूनियन सुलतानपुर ने ज्ञापन सौंपा

टीम ने मौके से रिश्वत की रकम के तौर पर दस हजार रुपये बरामद

चौकी प्रभारी को एसीओ की टीम द्वारा घूस लेते हुए पकड़े जाने के बाद यह अफवाह फैल गई कि चौकी प्रभारी का अपहरण हो गया। चौकी प्रभारी को घसीटते हुए ले जाए जाने के चलते यह अफवाह फैली, इसके बाद इलाके में लोगो की खूब भीड़ लग गई। पुलिस के उच्चाधिकारियों तक सूचना पहुंचने के बाद एसीओ की टीम द्वारा पकड़े जाने की बात सामने आई। टीम ने मौके से रिश्वत की रकम के तौर पर दस हजार रुपये बरामद होने का दावा किया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार लखनऊ के बंथरा थाने में गत 28 अगस्त को विशाल रावत पर किशोरी को बहला फुसलाकर ले जाने के सामने में एफआईआर दर्ज हुई थी। विवेचना के बाद मुकदमे में दुष्कर्म की धारा लगाई गई और दो आरोपी जेल भेजे गए। इस केस की विवेचना हरौनी चौकी प्रभारी राहुल त्रिपाठी कर रहे थे।

इस दौरान राहुल ने इलाके के एक होटल मालिक विनोद कुमार से कई बार पूछताछ की थी। वह विनोद को डरा रहे थे कि अगवा किए गए व्यक्ति को शरण देने के आरोप में उसे भी आरोपी बनाया जाएगा, क्योंकि आरोपी उसी होटल में रुके थे। फिर उसे बचाने के लिए बीस हजार रुपये घूस मांगने लगे। विनोद ने ही इसकी जानकारी एसीओ को दी।

पढ़ें :- रियल एस्टेट कंपनी तुलसियानी ग्रुप के ठिकानों पर ED का छापा, निवेशकों के करोड़ों रुपये हड़पने का आरोप
इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...