भारतीय वेटलिफ्टिंग संघ को शनिवार सुबह एक बहुत बड़ा झटका लगा। कॉमनवेल्थ गेम्स (Commonwealth Games) में 2 बार स्वर्ण पदक जीत चुकीं जानी-मानी वेटलिफ्टर संजीता चानू (Sanjita Chanu) एक बार फिर डोप टेस्ट (Dope Test) में फंस गई हैं।
Weightlifter Dope Test : भारतीय वेटलिफ्टिंग संघ को शनिवार सुबह एक बहुत बड़ा झटका लगा। कॉमनवेल्थ गेम्स (Commonwealth Games) में 2 बार स्वर्ण पदक जीत चुकीं जानी-मानी वेटलिफ्टर संजीता चानू (Sanjita Chanu) एक बार फिर डोप टेस्ट (Dope Test) में फंस गई हैं। इसके बाद अब चानू को नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (NADA) के समक्ष पेश होकर अपने को साबित करना होगा। अगर चानू के ऊपर डोपिंग के आरोप सिद्ध होते हैं तो उन्हें चार साल के लिए निलंबित किया जा सकता है और नेशनल गेम्स का सिल्वर मेडल भी लौटाना पड़ सकता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (NADA) ने गुजरात नेशनल गेम्स (Gujarat National Games 2022) में उनके सैंपल लिए थे, जिसमें स्टेरॉयड ड्रास्टेनोलॉन पाया गया है। इसके बाद संजीता पर अस्थायी प्रतिबंध लगा दिया गया है। अब संजीता को नाडा के सुनवाई पैनल के सामने अपनी बेगुनाही साबित करनी होगी वरना उन पर 4 साल का बैन लगेगा।
जानी-मानी वेटलिफ्टर संजीता पर इससे पहले मई 2018 में डोपिंग का आरोप लगा था। हालांकि, तब इंटरनेशनल वेटलिफ्टिंग फेडरेशन (IWF) ने अपनी गलती मानते हुए 2020 में उन्हें आरोपों से बरी कर दिया था। इससे संजीता के करियर को 2 साल का नुकसान हुआ। दरअसल, आईडब्ल्यूएफ ने 2017 में अमेरिका में विश्व चैंपियनशिप के दौरान उनका सैंपल लिया। इसकी जांच के बाद कहा गया कि उनका टेस्टोस्टेरोन लेवल ज्यादा है।