कोलकाता। पश्चिम बंगाल (West Bengal) में बीते रविवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP)को तगड़ा झटका लगा है। बैरकपुर से सांसद अर्जुन सिंह (Lok Sabha MP Arjun Singh) घर वापसी करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Chief Minister Mamata Banerjee) की अगुवाई वाली (TMC) में वापसी ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है।
कोलकाता। पश्चिम बंगाल (West Bengal) में बीते रविवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP)को तगड़ा झटका लगा है। बैरकपुर से सांसद अर्जुन सिंह (Lok Sabha MP Arjun Singh) घर वापसी करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Chief Minister Mamata Banerjee) की अगुवाई वाली (टीएमसी) में वापसी ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है।
बैरकपुर से सांसद अर्जुन सिंह (Lok Sabha MP Arjun Singh) ने कहा कि बंगाल भाजपा राष्ट्रीय नेतृत्व को सही तरीके से जानकारी नहीं देती है। वे अपने लिए काम करते हैं, यदि कोई नेता संघर्ष करता है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक लड़ाई में यदि कार्यकर्ताओं को समस्या आती है, तो पार्टी के नेता उनके साथ खड़े नहीं होते हैं। दिल्ली से भेजे जाने वाले पैसे का भी गलत इस्तेमाल होता है। भ्रष्टाचार है, जिससे सामान्य कार्यकर्ता खुश नहीं हैं। यदि कूचबिहार का व्यक्ति बैरकपुर की देखभाल करेगा तो क्या होगा?
अर्जुन सिंह ( Arjun Singh) ने कहा कि बंगाल बीजेपी को एयरकंडीशन दफ्तरों से बैठकर चलाया जा रहा है। वे ट्विटर और फेसबुक पर तो हैं, लेकिन अपने लोगों के साथ खड़े होने के लिए जमीन पर नहीं उतरते हैं। उन्हें कोर्ट जाना चाहिए, उन लोगों के पास जाना चाहिए, जिनके घर जल गए हैं। भाजपा में सिर्फ नेता हैं। जमीन पर लोगों के साथ खड़ा होने वाला कोई नहीं। मैं बंगाल भाजपा के 100 कार्यकर्ताओं को ला सकता हूं, जो कहेंगे कि पार्टी नेता उनका फोन नहीं उठाते।
‘घर वापसी’ के सवाल पर कहा कि यह बहुत अच्छा अहसास है। मैं पहले दिन से टीएमसी के साथ था। बाद में मेरे लिए यह 3 साल का ‘बनबास’ (वनवास) था। बहुत सारे वरिष्ठ लोग मुझे कल से फोन कर रहे हैं। इसलिए अपनी जगह पर वापस आने के बाद बहुत अच्छा महसूस कर रहा हूं।
सांसद अर्जुन सिंह ( MP Arjun Singh) ने कहा कि मैंने दिखाया है और जूट प्राइस सीलिंग को हटा लिया गया है। मुझ पर हमेशा शक होता था कि मैं बाहरी हूं, टीएमसी से आया हूं। श्री सिंह ने बताया कि भाजपा ने हमें अपमानित किया, लेकिन फिर भी हम रुके रहे। दिल्ली के खिलाफ कोई नहीं बोलता, लेकिन फिर भी मैं बोला। मैंने उन पर जूट के मुद्दे को लेकर दबाव डाला। सभी मांगें पूरी नहीं हुईं, लेकिन मैंने फिर भी कोशिश की। दोनों चीजें थीं। जूट की कीमत और संदेह को लेकर समस्याएं थीं। इसलिए मैं पार्टी छोड़कर वापस अपने घर आ गया। मैं इसकी योजना नहीं बना रहा था, लेकिन और अधिक अपमान सहना संभव नहीं था। भाजपा में उनकी अलग-अलग बैठकें होती थीं। उन्होंने कभी हम पर विश्वास नहीं किया।
सांसद अर्जुन सिंह ( MP Arjun Singh) ने कहा कि मैंने अभिषेक को लंबे समय से देखा है। कल भी मैंने उन्हें देखा, वह राजनीतिक रूप से बहुत परिपक्व हैं और जिस दिशा में वह पार्टी को ले जाना चाहते हैं, वह सही है। पार्टी उस रास्ते पर चली तो अच्छे नतीजे आएंगे।
शुभेंदु अधिकारी के बारे में सांसद अर्जुन सिंह ( MP Arjun Singh) ने कहा कि मेरी उनको शुभकामनाएं हैं। वह एक अच्छे आर्गनाइजर हैं। देखते हैं बीजेपी उन्हें फ्री हैंड देती है या नहीं। अगर बीजेपी उन्हें काम करने के लिए स्वत्रंत छोड़ती है तो मुकाबला अच्छा होगा।
टीएमसी में भूमिका के सवाल पर कहा कि मुझे जो भी रोल दिया जाएगा, मैं उसे पूरा करूंगा। 24 घंटे भी नहीं हुए हैं, ममता बनर्जी ने कैबिनेट की बैठक की। अगर वह मुझे समय देंगी तो मैं उनसे मिलने जाऊंगा। अगर पार्टी मुझे उन लोगों से बात करने की भूमिका देती है जो टीएमसी में आना चाहते हैं, तो मैं वह करूंगा। यह मेरा पुराना घर है, मैं इस पार्टी के बारे में सब कुछ जानता हूं। मुझे कोई दिक्कत नहीं होगी।