यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (UP Deputy CM Keshav Prasad Maurya) के बेटे योगेश मौर्य (Yogesh Maurya) का एक बयान सोशल मीडिया में सुर्खियां में बना हुआ है। योगेश मौर्य (Yogesh Maurya) ने शनिवार को भरवारी में आयोजित नव निर्वाचित नगर पालिका अध्यक्ष कविता सरोज के शपथ ग्रहण समारोह में मंच से विवादित बयान दिया।
लखनऊ। यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (UP Deputy CM Keshav Prasad Maurya) के बेटे योगेश मौर्य (Yogesh Maurya) का एक बयान सोशल मीडिया में सुर्खियां में बना हुआ है। योगेश मौर्य (Yogesh Maurya) ने शनिवार को भरवारी में आयोजित नव निर्वाचित नगर पालिका अध्यक्ष कविता सरोज के शपथ ग्रहण समारोह में मंच से विवादित बयान दिया। इसमें उन्होंने कहा कि यूपी पुलिस अब आजम खान ( Azam Khan ) की भैंस नहीं खोजती, बल्कि अतीक को गोली मारने का काम करती है।
इसके बाद वह यहीं पर नहीं रुके। मीडिया से मुखातिब होते हुए योगेश मौर्य (Yogesh Maurya) ने सिराथू व चायल के सपा विधायकों के बारे में भी टिप्पणी की। कहा कि दोनों विधायक अपने-अपने क्षेत्र में घुसने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही हैं। इसके लिए उन्होंने भाजपा के विकास को जिम्मेदार बताया। समारोह में डीएम सुजीत कुमार, एसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव, बारा (प्रयागराज) विधायक वाचस्पति व चायल के पूर्व विधायक संजय गुप्ता, भाजपा जिलाध्यक्ष अनीता त्रिपाठी समेत तमाम भाजपाई मौजूद थे।
#कौशाम्बी:डिप्टी सीएम केशव मौर्य के बेटे योगेश मौर्य का विवादित बयान।यूपी पुलिस अब आजम खान की भैंस ढूढने का काम नही करती है,अतीक को गोली मारने का काम करती है।योगेश मौर्य ने सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर सपा की सरकार होती तो क्या उमेश पाल हत्याकांड का बदला ले पाती पुलिस।… pic.twitter.com/d8X4MRxaCR
— Mohd Zia Rizvi (@Ziarizvilive) May 27, 2023
सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा वीडियो
कार्यक्रम में डिप्टी सीएम केशव मौर्या (Keshav Prasad Maurya) के बेटे योगेश मौर्या (Yogesh Maurya) बतौर विशिष्ट अतिथि शिरकत करने आए थे। अपने संबोधन में वह भाजपा सरकार के विकास कार्यों को गिनाते हुए एक ऐसा बयान दे बैठे, जो सोशल मीडिया की सुर्खियां बना गया। योगेश ने मंच से कहा कि अंत में वह सिर्फ इतना कहना चाहते हैं कि डीएम साहब की पुलिस अब आजम खान ( Azam Khan ) की भैंस पकड़ने का काम नहीं करती, वह अतीक को गोली मारने का काम करती है। इसके बाद वह मंच छोड़ अपनी कुर्सी की ओर बढ़े तो मंचासीन अफसर और नेता मुस्कुराने लगे।