उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने आईएएस अभिषेक प्रकाश (Abhishek Prakash) को भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों के चलते निलंबित कर दिया है। निलंबन के बाद शासन ने उनकी संपत्तियों की जांच के आदेश भी जारी कर दिए हैं। इसी क्रम में शासन ने लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार (Prathamesh Kumar) को इन्वेस्ट यूपी के सीईओ (CEO of Invest UP) का अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने आईएएस अभिषेक प्रकाश (Abhishek Prakash) को भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों के चलते निलंबित कर दिया है। निलंबन के बाद शासन ने उनकी संपत्तियों की जांच के आदेश भी जारी कर दिए हैं। इसी क्रम में शासन ने लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार (Prathamesh Kumar) को इन्वेस्ट यूपी के सीईओ (CEO of Invest UP) का अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया है।
आईएएस अभिषेक प्रकाश के निलंबन के बाद इन्वेस्ट यूपी के सीईओ का पद खाली हो गया था। इस स्थिति को देखते हुए शासन ने त्वरित निर्णय लेते हुए प्रथमेश कुमार को अतिरिक्त कार्यभार सौंपा है। इससे पहले, प्रथमेश कुमार (Prathamesh Kumar) इन्वेस्ट यूपी में अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी (एसीईओ) (Additional Chief Executive Officer(ACEO) at Invest UP) के रूप में कार्यरत थे।
जानें कौन हैं इन्वेस्ट यूपी के सीईओ प्रथमेश कुमार?
2016 बैच के आईएएस अधिकारी प्रथमेश कुमार (Prathamesh Kumar is a 2016 batch IAS officer) को इन्वेस्ट यूपी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी का प्रभार सौंप दिया गया है। प्रथमेश कुमार मौजूदा समय में लखनऊ विकास प्राधिकरण के वीसी की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। 4 अगस्त 1992 में जन्मे प्रथमेश कुमार चंडीगढ़ के रहने वाले हैं। उन्होंने बीटेक किया हुआ है। प्रथमेश कुमार ने आगरा, गोरखपुर, अयोध्या और लखनऊ समेत कई जिलों में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभाली है। उन्हें 13 जुलाई 2024 को लखनऊ विकास प्राधिकरण का उपाध्यक्ष बनाया गया था। वो साल 2021 से एसीओ इन्वेस्ट यूपी की भी जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।
निलंबित आईएएस अभिषेक प्रकाश पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप
निलंबित आईएएस अभिषेक प्रकाश (Suspended IAS Abhishek Prakash) पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। उन पर आरोप है कि उन्होंने SAEL सोलर पावर कंपनी के प्रोजेक्ट को मंजूरी देने के बदले 5% कमीशन मांगा था। यह कमीशन सुकांत जैन के माध्यम से मांगा जा रहा था। मामले की शिकायत मुख्य सचिव से की गई थी, जिसके बाद प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए अभिषेक प्रकाश (Abhishek Prakash) को निलंबित कर दिया।
विजिलेंस करेगी संपत्तियों की जांच
शासन ने अब अभिषेक प्रकाश (Abhishek Prakash) की संपत्तियों की जांच के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस की विजिलेंस विंग को जिम्मेदारी सौंपी है। विजिलेंस टीम उनकी बरेली, पीलीभीत, हमीरपुर और लखनऊ में तैनाती के दौरान अर्जित की गई संपत्तियों की जांच करेगी। इस जांच में यह पता लगाया जाएगा कि उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान कितनी बेनामी संपत्ति अर्जित की है।
सह-आरोपी सुकांत जैन गिरफ्तार, नौकरशाही में मचा हड़कंप
इस पूरे मामले में प्रमुख आरोपी सुकांत जैन के खिलाफ भी भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। गोमती नगर थाने में दर्ज मामले के आधार पर सुकांत जैन को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस इस मामले में अन्य संलिप्त लोगों की भी जांच कर रही है। इस पूरे घटनाक्रम के बाद उत्तर प्रदेश में नौकरशाही में हड़कंप मचा हुआ है।