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बैकफुट पर योगी सरकार, अब तो न चलेगा बुलडोजर और न लगेगी डिजिटल अटेंडेंस…

लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Elections 2024) के बाद योगी सरकार (Yogi Government) का मिजाज कुछ बदला-बदला नजर आ रहा है। साल 2017 से यूपी की सत्‍ता संभालने के बाद के प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्‍यनाथ (CM Yogi Adityanath)  सिर्फ कानूनी कार्रवाई की बल्कि बुलडोजर एक्‍शन (Bulldozer Action) के दम पर ऐसे लोगों के हौंसले तक चकनाचूर कर दिए। जो सरकार के चुनौती बने हुए थे।

By संतोष सिंह 
Updated Date

लखनऊ। लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Elections 2024) के बाद योगी सरकार (Yogi Government) का मिजाज कुछ बदला-बदला नजर आ रहा है। साल 2017 से यूपी की सत्‍ता संभालने के बाद के प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्‍यनाथ (CM Yogi Adityanath)  सिर्फ कानूनी कार्रवाई की बल्कि बुलडोजर एक्‍शन (Bulldozer Action) के दम पर ऐसे लोगों के हौंसले तक चकनाचूर कर दिए। जो सरकार के चुनौती बने हुए थे। सीएम योगी (CM Yogi) के ‘बुलडोजर एक्‍शन’ (Bulldozer Action) को बीजेपी शासित अन्‍य राज्‍यों में भी अपनाया, लेकिन अब ऐसा लगता है कि योगी सरकार (Yogi Government) अब इस फॉर्मूले से यू-टर्न लेती नजर आ रही है। यूपी में योगी सरकार (Yogi Government) के तरफ से मंगलवार को लिए गए दो फैसलों में इसकी झलक दिखती है।

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बतातें चलें कि यूपी की राजधानी लखनऊ में कुकरैल नदी के सौंदर्यीकरण को लेकर चल रहे काम के बीच इसके रास्‍ते में आने वाले कथित अवैध निर्माण को बुलडोजर के माध्‍यम से हटाए जाने की कार्रवाई चल रही थी। इसके तहत प्रशासन ने पहले अकबरनगर फेस-1 और फेस-2 में बुल्‍डोजर चलाया। अब एलडीए खुर्रम नगर, इंद्रप्रस्थ नगर, रहीम नगर, पंतनगर व अन्‍य क्षेत्रों में मकानों का सर्वे कर उन पर लाल निशान लगाए गए। लाल निशान वाले घरों में रहने वाली महिलाओं ने अब अपने घर के बाहर मकान की रजिस्‍ट्री व अन्‍य कागजों की फोटो कॉपी चिपका दी। लोग बुलडोजर एक्‍शन का भारी विरोध कर रहे थे। कड़े फैसले लेने के लिए मशहूर यूपी के सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने फिलहाल मंगलवार यू-टर्न लेते हुए बुलडोजर एक्‍शन पर रोक लगा दी है।

मुख्यमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि पंतनगर हो या इंद्रप्रस्थ नगर, वहां के निवासियों की सुरक्षा और शांतिपूर्ण जीवन के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। संबंधित प्रकरण में एनजीटी के आदेशों के क्रम में नदी के फ्लड प्लेन जोन का चिन्हांकन किया गया है। फ्लड प्लेन ज़ोन में निजी भूमि भी सम्मिलित है, लेकिन निजी भूमि को खाली कराने की न तो वर्तमान में कोई आवश्यकता है और न ही कोई प्रस्ताव है। निजी भूमियों में बने निजी भवनों के ध्वस्तीकरण का कोई विषय विचाराधीन नहीं है।

यही नहीं, उन्होंने कहा कि फ्लड प्लेन जोन चिन्हींकरण के दौरान भवन निर्माणों पर लगाये गये संकेतों से आम जन में भय और भ्रम फैला है, इसका कोई औचित्य नहीं था और इसके लिए जवाबदेही तय की जाए। प्रभावित परिवारों से मुख्यमंत्री ने कहा कि रिवर बेड विकसित करने में यदि कोई निजी भूमि पर बना भवन निर्माण आता है, जिसका प्रमाणित स्वामित्व किसी निजी व्यक्ति का है, उसे नियमानुसार समुचित मुआवजा देकर ही अधिग्रहीत किया जाएगा। मुख्यमंत्री से मिलने के बाद प्रसन्नचित परिवारों ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया और ‘योगी हैं तो यकीन है’ के नारे भी लगाए।

शिक्षकों के भारी विरोध के बाद, ऑनलाइन डिजिटल अटेंडेंस पर लगाई रोक

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सीएम के दूसरे फैसले की झलक शिक्षकों से जुड़े मामले में देखने को मिली है। बता दें कि स्‍कूलों में डिजिटल अटेंडेंस से शिक्षक काफी नाराज थे। प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा (Principal Secretary Basic Education) ने मंगलवार को डिजिटल अटेंडेंस (Digital Attendance) को दो महीने के लिए स्थगित कर दिया है। इस दौरान एक समिति का गठन किया जाएगा जो शिक्षकों के मुद्दों को समझेगा। सरकार ने ये कदम शिक्षकों के भारी विरोध के बाद उठाया है। शिक्षक योगी सरकार (Yogi Government) के डिजिटल अटेंडेंस (Digital Attendance) के फैसले का शुरू से विरोध कर रहे थे।

शिक्षकों ने कहा, उनको डिजिटल अटेंडेंस (Digital Attendance)  लगाने में किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है। उनका कहना है कि स्कूलों में नेटवर्क नहीं है। रास्ते सही नहीं है। इन सब की समस्याओं को दूर किया जाए, उसके बाद हम डिजिटल अटेंडेंस (Digital Attendance) देने को तैयार हैं। भारी विरोध के बाद सरकार ने शिक्षकों को कुछ छूट दी थी, लेकिन अब उसने अपने फैसले को फिलहाल 2 महीने के लिए स्थगित कर दिया है। अब यूपी के सीएम योगी आदित्‍यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने डिजिटल अटेंडेंस (Digital Attendance) पर रोक लगा दी है।

2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी ने बदली अपनी रणनीति

बीते लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) में यूपी के नतीजों ने बीजेपी का सियासी गणित बिगाड़ दिया है। समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) को इन चुनावों में बंपर सीटें मिली, जिसके वजह से लोकसभा में देश की नंबर तीन पार्टी बन गई है। यूपी में अब 2027 में विधानसभा चुनाव होने हैं। बीजेपी और सीएम योगी आदित्‍यनाथ (CM Yogi Adityanath) को ये अच्‍छे से पता है कि एसपी प्रमुख आखिलेश यादव (SP Chief Akhilesh Yadav) उत्‍तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में उनका खेल बिगाड़ सकते हैं। यही वजह है कि अब बीजेपी भी राज्‍य में अपनी रणनीति बदलती हुई नजर आ रही है।

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