संसद के मानसून सत्र का आज नौंवा दिन है। आज लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने केंद्र के बजट को लेकर अपनी बात रखी। इस दौरान उन्होंने बजट को लेकर मोदी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि, देश के दलितों और पिछड़े वर्ग के लोगों को कहीं भी जगह नहीं मिलती। इनको कॉरपोरेट इंडिया, नौकरशाही और सरकारों में जगह नहीं दी जाती।
नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र का आज नौंवा दिन है। आज लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने केंद्र के बजट को लेकर अपनी बात रखी। इस दौरान उन्होंने बजट को लेकर मोदी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि, देश के दलितों और पिछड़े वर्ग के लोगों को कहीं भी जगह नहीं मिलती। इनको कॉरपोरेट इंडिया, नौकरशाही और सरकारों में जगह नहीं दी जाती।
इस दौरान बजट से पहले हलवा सेरेमनी की तस्वीर को भी उन्होंने दिखाते हुए कहा कि, इसमें एक भी दलित, आदिवासी और ओबीसी अधिकारी नहीं दिख रहा है। बजट का हलवा बंट रहा है, लेकिन देश को नहीं मिल रहा है। बजट को 20 अफसरों ने तैयार किया है, मतलब हिन्दुस्तान का हलवा उन लोगों ने बांटने का काम किया है। उन लोगों में से सिर्फ एक अल्पसंख्यक और एक ओबीसी है। वहीं हलवा सेरेमनी की फोटो में तो एक भी नहीं है।
20 अफसरों ने मिलकर हिंदुस्तान का बजट बनाया है, जिसमें सिर्फ एक माइनॉरिटी और एक OBC है।
बजट का हलवा बंट रहा है, लेकिन इसमें देश के 73% लोग हैं ही नहीं।
: नेता विपक्ष श्री @RahulGandhi pic.twitter.com/jqTOH07Qsh
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— Congress (@INCIndia) July 29, 2024
उन्होंने आगे कहा कि, मैं चाहता हूं कि, बजट में जातिगत जनगणना की बात उठे। पूरा देश यह चाहता है। गरीब जनरल कास्ट के लोग और माइनॉरिटी भी चाहते हैं। लेकिन देश का हलवा 2 से 3 फीसदी लोग बांटते हैं और उतने ही लोगों को मिलता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा, चक्रव्यूह बनाने वालों को गलतफहमी है। उन्हें लगता है कि देश के युवा और पिछड़े लोग अभिमन्यु हैं..लेकिन वे अभिमन्यु नहीं हैं- अर्जुन हैं, जो आपका चक्रव्यूह तोड़कर फेंक देंगे।