69000 Teacher Recruitment Case : यूपी (UP) में 69000 शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों ने शुक्रवार को बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह (Basic Education Minister Sandeep Singh) के आवास के बाहर घेराव कर नारेबाजी की। बड़ी संख्या में पहुंचे अभ्यर्थियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर फिर ईको गार्डेन (Eco Garden) भेज दिया है।
69000 Teacher Recruitment Case : यूपी (UP) में 69000 शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों ने शुक्रवार को बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह (Basic Education Minister Sandeep Singh) के आवास के बाहर घेराव कर नारेबाजी की। बड़ी संख्या में पहुंचे अभ्यर्थियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर फिर ईको गार्डेन (Eco Garden) भेज दिया है। बता दें कि ये अभ्यर्थी नियुक्ति की मांग कर रहे थे। बड़ी संख्या में पहुंचे अभ्यर्थियों ने बेसिक शिक्षा मंत्री के आवास पर जमकर नारेबाजी की है। धरने पर बैठे अभ्यर्थी अपने हाथों में बैनर-पोस्टर भी लिये हुए थे। हमेशा की तरह अभ्यर्थी नियुक्ति की मांग कर रहे थे।
प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया है कि बेसिक शिक्षा विभाग (Basic Education Department)से इस मामले को लेकर कई बार वार्ता की गई, लेकिन अभी तक नियुक्ति पत्र नहीं दिया गया है। जबकि 2022 चुनाव के दौरान योगी सरकार (Yogi Government) ने नियुक्ति देने का आश्वासन भी दिया था। शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों के बेसिक शिक्षा मंत्री के आवास पर घेराव करने की सूचना पर मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल भी पहुंची।
इस बीच नारेबाजी कर रहे अभ्यर्थियों का पुलिस से धक्का-मुक्की भी हुई। पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए अभ्यर्थियों को ईको गार्डन (Eco Garden) ले जाने का प्रयास किया। 69000 शिक्षक भर्ती में 6800 सीटों की मांग को लेकर शिक्षक भर्ती के ओबीसी (OBC) वर्ग के अभ्यर्थियों ने घेराव किया है। बता दें कि इससे पूर्व भी कुछ दिन पहले 69000 शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के मुख्यालय पर प्रदर्शन किया था और सीएम योगी आदित्यनाथ से इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए नियुक्ति दिये जाने की मांग की थी।
नियुक्ति न मिलने से नाराज हैं अभ्यर्थी
69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण विसंगति में संशोधन के बाद भी नियुक्ति न मिलने से आरक्षित वर्ग के 6800 चयनित अभ्यर्थी योगी सरकार (Yogi Government) से नाराज हैं। अभ्यर्थी नियुक्ति की मांग को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। लेकिन इसके बाद भी उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल है।