जीवन दीपक की तरह प्रकाशित होता रहे और दूसरों को भी प्रकाशित करता रहे इसके लिए प्रभु की कृपा जरूरी है।
Aate Ka Deepak : जीवन दीपक की तरह प्रकाशित होता रहे और दूसरों को भी प्रकाशित करता रहे इसके लिए प्रभु की कृपा जरूरी है। जीवन और जगत में दीपक का बहुत महत्व है। जीवन में बाधाएं प्रगति की राह में बेड़ियां बन जाती है। ज्योतिष शास्त्र में अनेक ऐसे उपाय बताए गए है जिनका प्रयोग करने पर जीवन प्रकाशित हो उठता है। जीवन में संकट के निवारण हेतु आटे के दीपक जलाए जाते है। जैसे- 11 दिन, 21 दिन और 31 दिन। घोर संकट के निवारण हेतु आटे के दीप संकल्प के अनुसार जलाए जाते हैं। दीपक घटती और बढ़ती संख्या में लगाए जाते हैं। आइये जानते है आटे के दीपक के बारे में।
1. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बजरंग बली के आगे आटे के दीपक जलाने से व्यक्ति को कर्ज से मुक्ति, आर्थिक तंगी और शनि प्रकोप से छुटकारा मिलता है।
2.दूसरे दीपकों की तुलना में आटे के दीपक को ज्यादा शुभ और पवित्र माना गया है। मां अन्नपूर्णा देवी के आगे आटे का दीपक जलाने से घर से आर्थिक तंगी दूर होती है।
3. कर्ज मुक्ति, शीघ्र विवाह, नौकरी, बीमारी, संतान प्राप्ति, खुद का घर, गृह कलह, पति-पत्नी में विवाद जैसे समस्याओं के लिए आटे के दीपक संकल्प के अनुसार जलाए जाते हैं।
4.ज्योतिषियों के अनुसार आटे के दीपक 1 से शुरू करते हुए 11 तक जलाए जाते हैं। जैसे संकल्प के पहले दिन 1 फिर 2, 3, 4, 5 और 11 तक दीप जलाने के बाद 10, 9, 8, 7 ऐसे फिर घटते क्रम में दीपक जलाए जाते हैं।
5.शनिवार के दिन आटे के दीपक में सरसों का तेल डालकर जालने से व्यक्ति को शनि ढैय्या और शनि साढ़े साती से छुटकारा मिलता है।