सावन मास में भगवान शिव की पूजा में शिवलिंग का अभिषेक करना प्रमुख है। पौराणिक ग्रंथों में शिव पूजा विधान में विभिन्न पदार्थों से शिवलिंग का अभिषेक करने के पुण्य फल के बारे में बताया गया है।
Shivling Ka Abhishek Karen : सावन मास में भगवान शिव की पूजा में शिवलिंग का अभिषेक करना प्रमुख है। पौराणिक ग्रंथों में शिव पूजा विधान में विभिन्न पदार्थों से शिवलिंग का अभिषेक करने के पुण्य फल के बारे में बताया गया है। अभिषेक के लिए श्रृंगी में सबसे पहले गंगाजल डालें और अभिषेक शुरू करें फिर उसी से गन्ने का रस, शहद, दही, दूध अर्थात पंचामृत समेत जितने भी तरल पदार्थ हैं, उनसे शिवलिंग का अभिषेक करें। ध्यान रखें कि भगवान शिव का अभिषेक करते समय महामृत्युंजय मंत्र, शिव तांडव स्तोत्र, ओम नम: शिवाय या फिर रुद्रामंत्र का जप करते रहें। ज्योतिष ग्रंथों में बताया गया है कि शिवलिंग का अभिषेक करने के उपाय से पारिवारिक जीवन की परेशानियां हैं। अनेक रोगों में आराम भी मिलेगा।
इसी प्रकार घर में कलह जैसा माहौल बना रहता है तो इसके लिए वास्तु जिम्मेदार हो सकता है। इसके लिए आप सावन के सोमवार को घर में पारद शिवलिंग की स्थापना करें और नियमित इसकी पूजा करें। ऐसा करने से जल्दी ही आपको शुभ फल मिलेगा।
अगर बार-बार व्यापार में नुकसान हो रहा है तो सावन के सोमवार को शिवलिंग का अभिषेक अनार के रस से करें। इसके लिए इससे पैसों से संबंधित हर परेशानी दूर हो सकती है।