इस पर हिंडनबर्ग रिसर्च ने कहा है कि कंपनी को अपने फ्रॉड को राष्ट्रवाद के जरिए बचाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। उसने समूह पर प्रमुख मुद्दों का जवाब नहीं देने का भी आरोप जड़ा है। हिंडनबर्ग रिसर्च ने कहा है कि रिपोर्ट में हमने जो भी महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए हैं, उनमें 88 प्रश्नों में से 62 का कोई जवाब नहीं दिया है।
Adani Group News: हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) की रिपोर्ट ने अडानी ग्रुप की मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। इस रिपोर्ट के बाद लगातार अडानी ग्रुप के शेयरों में गिरावट हो रही है। इस बीच अडानी ग्रुप के जवाब को एक सिरे से हिंडबर्ग ने खारिज कर दिया है। दरअसल, अडाणी ग्रुप ने हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों को भारत, उसकी संस्थाओं व और देश के विकास की कहानी पर है सुनियोजित हमला करार दिया था।
इस पर हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) ने कहा है कि कंपनी को अपने फ्रॉड को राष्ट्रवाद के जरिए बचाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। उसने समूह पर प्रमुख मुद्दों का जवाब नहीं देने का भी आरोप जड़ा है। हिंडनबर्ग रिसर्च ने कहा है कि रिपोर्ट में हमने जो भी महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए हैं, उनमें 88 प्रश्नों में से 62 का कोई जवाब नहीं दिया है। बता दें कि, अडानी ग्रुप ने हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों के जवाब में रविवार को 413 पृष्ठ का ‘स्पष्टीकरण’ जारी किया है था।
हिंडनबर्ग रिसर्च अपनी रिपोर्ट पर कायम
वहीं दूसरी तरफ हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) अपनी रिपोर्ट पर कायम है। इस रिपोर्ट में कहा गया था कि दो साल की जांच में पता चला है कि अडानी ग्रुप दशकों से शेयरों में गड़बड़ी और लेखे-जोखे की हेराफेरी में शामिल रहा है।
11वें नंबर पर आए अडानी
बता दें कि, भारत के दिग्गज कारोबारी गौतम अडानी की संपत्ति में तेजी से कम होती जा रही है। शेयर्स में भी तेजी से गिरावट हो रही है। इसके साथ ही अडानी अमीरों के टॉप 10 लिस्ट से बाहर हो गयी है। ब्लूमबर्ग बिलियनायर्स इंडेक्स (Bloomberg Billionaires Index) के मुताबिक केवल एक हफ्ते में अडानी ग्रुप की कुल संपत्ति में 84.4 अरब डॉलर की कमी देखी गई है।