हापुड़ क़धिवक्ताओं पर पुलिस द्वारा बर्बरता पूर्वक पिटाई प्रकरण में हापुड़ के अधिवक्ताओं के आन्दोलन में समर्थन माँगने और जनपद न्यायालय कानपुर देहात माती में स्थापित हुये 10 वर्ष बीत जाने के बावजूद अधिवक्ताओं के चेम्बरों का निर्माण न होने से आहत हैं।
कानपुर देहात : हापुड़ क़धिवक्ताओं पर पुलिस द्वारा बर्बरता पूर्वक पिटाई प्रकरण में हापुड़ के अधिवक्ताओं के आन्दोलन में समर्थन माँगने और जनपद न्यायालय कानपुर देहात माती में स्थापित हुये 10 वर्ष बीत जाने के बावजूद अधिवक्ताओं के चेम्बरों का निर्माण न होने से आहत हैं। अधिवक्ताओं ने जिला बार एसोसिएशन अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव,एकीकृत बार एसोसिएशन अध्यक्ष राधेश्याम कटियार महामन्त्री संजय सिंह सिसोदिया वरिष्ठ अधिवक्ता जितेन्द्र प्रताप सिंह चौहान के नेतृत्व में न्यायिक कार्य से विरत रहे। जनपद न्यायालय परिसर में सांकेतिक धरना दिया,यह बात सिविल बार एसोसिएशन अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता जितेन्द्र प्रताप सिंह चौहान ने बताई।
जितेन्द्र चौहान ने कि आन्दोलन हापुड़ के पीड़ित अधिवक्ताओं के साथ घटी घटना को लेकर खड़ा हुआ किन्तु मुख्य मांगो में अधिवक्ता प्रोटक्शन एक्ट पर प्रभावी कदम न उठाने से हापुड़ सहित पूरे प्रदेश का अधिवक्ता निराश और आक्रोशित है और इसी लिए प्रदेश के बहुत सारे जिलों में अधिवक्ता न्यायिक कार्य से विरत है। जिला बार एसोसिएशन अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने कहाकि हापुड़ की घटना को लेकर बार कौंसिल ने आंदोलन का नेतृत्व अपने हाँथ में लिया था,किन्तु आम अधिवक्ता मुख्य मांगों पर कार्यवाही प्रारम्भ न होने से आक्रोशित है। मुलायम सिंह ने कहाकि अधिवक्ताओं के चेम्बरों का निर्माण का निर्माण न होने से अधिवक्ता न सिर्फ बड़े आन्दोलन को बाध्य है बल्कि न्यायालय परिसर में खुली भूमि में अस्थायी चेम्बर बनाकर उसमें बैठने को बाध्य होंगे।एकीकृत बार एसोसिएशन अध्यक्ष राधेश्याम कटियार व महामन्त्री संजय सिंह सिसोदिया ने कहा कि हापुड़ के अधिवक्ताओं ने समर्थन मांगने और अधिवक्ताओं के चेम्बरों के निर्माण की आज तक सिर्फ आश्वासनों के अलावा प्रभाबी कार्यवाही न होने के कारण अधिवक्ताओं न्यायिक कार्य से विरत रह आन्दोलन को बाध्य है।
कहा कि अधिवक्ताओं के चेम्बरों के निर्माण के लिए जिलाधिकारी के खाते में दो लाख से अधिक रुपया एक दशक के पहले से पड़ा होने के बावजूद आज तक न तो चेम्बर निर्माण हुए न चेम्बरों के निर्माण हेतु भूमि का आवंटन हुआ जो अधिवक्ताओं के भीषण आक्रोश का कारण लगातार बना हुआ है और आम अधिवक्ता बार संघों के नियन्त्रण से बाहर हो न्यायालय परिसर की खुली भूमि मे चेम्बर निर्माण के लिए भी अब आन्दोलित होने लगा है और यदि सीघ्र मांगें नही मानी गयी तो अधिवक्ताओं के आक्रोश को संभालना मुश्किल होगा।
आन्दोलन मे प्रमुख रूप से प्रमुख रूप से जिला बार एसोसिएशन कार्यवाहक महामन्त्री घनश्याम सिंह राठौर, सम्पत लाल यादव ,विश्वनाथ कटियार, हरिश्चन्द्र चतुर्वेदी, मोहम्मद आसिफ, राजकिशोर दोहरे ,सुरेन्द्र पाल ,सर्वेन्द्र सिंह, जितेन्द्र बाबू, महेन्द्र सिंह, दीपक पाण्डे ,राजेन्द्र द्विवेदी, सुभाष यादव, विश्वनाथ सिंह, विशाल मिश्रा ,धर्मेन्द्र सिंह ,दीपक यादव ,अनुज भदौरिया, यदुराज सिंह, विकास, सविता ,सुधीश पाल ,अजीत सिंह ,जुनैद कुरैसी ,सद्दाम अली, योगेन्द्र प्रताप सिंह चौहान ,रमेश चन्द्र गौड़, आनन्द स्वरूप शुक्ला वीरेन्द्र पाल ,अशोक, वीरेन्द्र कटियार ,राजपाल ,संदीप पाण्डे रहे।