अफगानिस्तान की सत्ता (Power of Afghanistan) पर तालिबान (Taliban) ने कब्जा कर लिया है। इसके बाद यहां अफरातफरी का माहौल है। अफगानिस्तान के लोग देश छोड़ने की हरसंभव कोशिशों में जुटे हुए हैं। इस वजह से हवाई अड्डे पर बेतहाशा भीड़ है। तालिबान के दावों और आश्वासन के बावजूद लोगों में खौफ है। इसी कारण वे देश छोड़ना चाहते हैं।
नई दिल्ली। अफगानिस्तान की सत्ता (Power of Afghanistan) पर तालिबान (Taliban) ने कब्जा कर लिया है। इसके बाद यहां अफरातफरी का माहौल है। अफगानिस्तान के लोग देश छोड़ने की हरसंभव कोशिशों में जुटे हुए हैं। इस वजह से हवाई अड्डे पर बेतहाशा भीड़ है। तालिबान के दावों और आश्वासन के बावजूद लोगों में खौफ है। इसी कारण वे देश छोड़ना चाहते हैं।
इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन (US President Joe Biden) ने पहली बार अफगानिस्तान संकट पर खुलकर बयान दिया है। उन्होंने साफ किया कि अमेरिकी फौज (US Army) का यहां से जाने का फैसला बिल्कुल सही था, अफगान सेना (Afghan Army) ने बिना लड़े ही हथियार डाल दिए। अफगानिस्तान संकट (Afghanistan crisis) को लेकर भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल ने अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) से बात की है।
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन (US Secretary of State Antony Blinken) ने अफगानिस्तान संकट (Afghanistan crisis) पर भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर (External Affairs Minister of India S Jaishankar) के बात कर चुके हैं। दोनों के बीच अफगानिस्तान के मौजूदा हालात पर चर्चा हुई। अफगानिस्तान में फंसे 120 भारतीयों पर से संकट के बादल छट गए हैं। भारतीय वायुसेना के सी-17 विमान (Indian Air Force C-17 Aircraft) ने काबुल हवाई अड्डे से मंगलवार को सुबह 120 भारतीय अधिकारियों को लेकर उड़ान भरी। ये सभी लोग अफगानिस्तान में भारतीय दूतावास (Indian Embassy) के अधिकारी हैं। इसके अलावा उनके कर्मचारी भी इनमें शामिल हैं।