अमेरिका का सबसे लंबा चला युद्ध अभियान सोमवार को खत्म हो गया।पिछले 20 साल से अफगानिस्तान में सैन्य अभियान चला रहे अमेरिका ने मुल्क से अपने सैनिकों वापस बुला लिया।
Afghanistan News: अमेरिका का सबसे लंबा चला युद्ध अभियान सोमवार को खत्म हो गया।पिछले 20 साल से अफगानिस्तान में सैन्य अभियान चला रहे अमेरिका ने मुल्क से अपने सैनिकों वापस बुला लिया।इसी के साथ 11 सितंबर 2001 के आतंकी हमलों के कुछ ही समय बाद अफगानिस्तान में शुरू हुए अमेरिकी मिशन का अंत हो गया है।
खबरों के अनुसार, 82वें एयरबोर्न डिवीजन (82nd Airborne Division) के कमांडर क्रिस डोनह्यू (Chris Donahue) अफगानिस्तान की जमीन छोड़ने वाले आखिरी अमेरिकी सैनिक थे। वे सी-17 ग्लोबमास्टर III विमान (C-17 Globemaster III) के जरिए काबुल एयरपोर्ट (Kabul Airport) से रवाना हुए। अमेरिका को 31 अगस्त तक अपने सैनिकों को मुल्क से बाहर निकालना था।
खबरों के अनुसार,रक्षा विभाग अमेरिकी सैनिक की तस्वीर को शेयर करते हुए ट्वीट किया, ‘अफगानिस्तान छोड़ने वाले आखिरी अमेरिकी सैनिक: मेजर जनरल क्रिस डोनह्यू। वे 30 अगस्त 2021 को अमेरिकी वायुसेना के C-17 पर 82वें एयरबोर्न डिवीजन बोर्ड के कमांडिंग जनरल थे। सी-17 ग्लोबमास्टर में अफगानिस्तान में अमेरिकी राजदूत रहे रॉस विल्सन भी सवार थे। इस तरह अमेरिकी सैनिक 31 अगस्त की डेडलाइन से ठीक पहले देश छोड़कर चले गए।
मेजर जनरल क्रिस डॉनह्यू
बीते साल 82वीं एयरबोर्न डिवीजन के कमांडर बनने से पहले डॉनह्यू कंबाइन्ड जॉइंट स्पेशल ऑपरेशन्स टास्क फोर्स-अफगानिस्तान के कमांडर थे। वे 1992 में अमेरिकी सेना में शामिल हुए थे। यूएस आर्मी स्पेशल ऑपरेशन्स कमांड के तहत उन्होंने फोर्ट ब्रैग में कई पदों पर काम किया। वे असिस्टेंट ऑपरेशन्स ऑफिसर, स्क्वाड्रन ऑपरेशन्स ऑफिसर, स्क्वाड्रन एग्जीक्यूटिव ऑफिसर, ट्रूप कमांडर, सिलेक्शन एंड ट्रेनिंग डिटेचमेंट कमांडर, ऑपरेशन्स ऑफिसर, स्क्वाड्रन कमांडर और डिप्टी ब्रिगेड कमांडर रहे।
राजधानी काबुल में स्थित इसी एयरपोर्ट के बाहर 15 अगस्त के बाद से ही उथल-पुथल मची हुई थी। पहले काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद अफगानों का पलायन का दौर शुरू हुआ। इसके बाद अगस्त के अंतिम दिनों में आतंकवादी हमले और अमेरिका जवाबी कार्रवाई के बाद इलाके में तनाव और बढ़ गया था। राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अमेरिकी सैनिकों की वापसी के लिए अंतिम तारीख 31 अगस्त तय की थी।