अफगानिस्तान में तालिबान (Taliban) के कब्जे के बाद वहां खौफ का माहौल है।अफगानिस्तान ( Afghanistan) से देश छोड़ कर बाहर जाने के लिए काबुल हवाई अडडे (Kabul Airport) पर कई हजार की भीड़ जमा है। अफरा तफरी के इस माहौल में वहां हर पल कुछ नया घटित हो रहा है।
Afghanistan Crisis: अफगानिस्तान में तालिबान (Taliban) के कब्जे के बाद वहां खौफ का माहौल है।अफगानिस्तान ( Afghanistan) से देश छोड़ कर बाहर जाने के लिए काबुल हवाई अडडे (Kabul Airport) पर कई हजार की भीड़ जमा है। अफरा तफरी के इस माहौल में वहां हर पल कुछ नया घटित हो रहा है। काबुल हवाई अडडे की हालत चिंताजनक बनी हुई है। खबरों के अनुसार, नॉर्वे की विदेश मंत्री इने एरिक्सन सोरेइड(Norway’s Foreign Minister Inne Eriksson Soreid) का कहना है कि अफगानिस्तान से लोगों को निकालने की समय सीमा 31 अगस्त से आगे बढ़ाई जानी चाहिए।
एरिक्सन सोरेइड ने मंगलवार सुबह नॉर्वे के प्रसारक ‘टीवी 2’ को बताया, ”मुख्य चिंताओं में से एक यह है कि हवाई अड्डे को बंद कर दिया जाएगा।” उन्होंने कहा, ” हवाई अड्डे का ‘सिविल’ भाग बंद हैं और हम अफगानिस्तान से लोगों को निकालने के लिए पूरी तरह से अमेरिकी सैन्य अभियान पर निर्भर हैं।
खबरों के अनुसार, विदेश मंत्री इने एरिक्सन ने कहा कि नॉर्वे लोगों को निकालना तब तक जारी रखेगा जब तक काबुल में हवाईअड्डा खुला रहता है। उन्होंने कहा, ”इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि हम नॉर्वे के उन सभी नागरिकों की मदद करने में सक्षम होंगे जो इस बार सहायता चाहते हैं।” गौरतलब है कि नार्वे ने अब तक अफगानिस्तान से 374 लोगों को निकाला है।