यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में आगरा कैंट (सुरक्षित) विधानसभा सीट से 26 वर्षीय ट्रांसजेंडर राधिका बाई निर्दलीय प्रत्यशी के रूप में मैदान उतरेंगी। उनकी उम्मीदवारी को मंजूरी दे दी गई। राधिका का असली नाम आकाश सोनी है। यह आगरा जिले में विधानसभा चुनाव लड़ने वाली पहली ट्रांसजेंडर होंगी। उन्होंने अपने समुदाय के सदस्यों के समर्थन से डोर-टू-डोर अभियान शुरू किया है। राधिका ने बताया कि उन्होंने जरूरतमंदों की सेवा करने के लिए चुनाव मैदान में प्रवेश किया।
आगरा। यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में आगरा कैंट (सुरक्षित) विधानसभा सीट से 26 वर्षीय ट्रांसजेंडर राधिका बाई निर्दलीय प्रत्यशी के रूप में मैदान उतरेंगी। उनकी उम्मीदवारी को मंजूरी दे दी गई। राधिका का असली नाम आकाश सोनी है। यह आगरा जिले में विधानसभा चुनाव लड़ने वाली पहली ट्रांसजेंडर होंगी। उन्होंने अपने समुदाय के सदस्यों के समर्थन से डोर-टू-डोर अभियान शुरू किया है। राधिका ने बताया कि उन्होंने जरूरतमंदों की सेवा करने के लिए चुनाव मैदान में प्रवेश किया।
राधिका ने कहा कि मुझे यह साबित करना होगा कि ट्रांसजेंडर राजनीति में सफल हो सकते हैं। लोगों के मुद्दों को सफलतापूर्वक संबोधित कर सकते हैं। मैं आम आदमी के लिए सरकारी स्कूलों के नेटवर्क को मजबूत करके शिक्षा को सस्ती बनाने के लिए काम करूंगी। मेरा जन्म और पालन-पोषण यहीं हुआ। इसलिए मैं लोगों से मुझे एक मौका देने का अनुरोध कर रही हूं क्योंकि मैं उनके लिए बहुत कुछ करना चाहती हूं।
उन्होंने आगे कहा कि मेरा मानना है कि राजनीति मुझे किन्नर समुदाय के कल्याण के लिए काम करने का अवसर भी देगी। बता दें कि वर्ष 2000 में एक ट्रांसजेंडर आशा देवी गोरखपुर नगर निगम की मेयर चुने जाने के बाद सुर्खियों में आई थीं। उनके चुनाव ने राजनीतिक दलों को बड़ा झटका दिया था। इससे पहले 1998 में ट्रांसजेंडर शबनम मौसी मध्य प्रदेश राज्य विधानसभा के लिए चुनी गई थीं। वह जन प्रतिनिधि के रूप में चुनी जाने वाली पहली ट्रांसजेंडर थीं।