HBE Ads
  1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. आगरा : समाजसेविका डॉक्टर बीना लवानिया ने थामा बीजेपी का झंडा, स्वतंत्र देव सिंह ने दिलवाई सदस्यता

आगरा : समाजसेविका डॉक्टर बीना लवानिया ने थामा बीजेपी का झंडा, स्वतंत्र देव सिंह ने दिलवाई सदस्यता

कोरोना काल (Corona Period) में आगरा वासियों के लिए देवदूत बनकर आई प्रमुख समाजसेविका डॉक्टर बीना लवानिया (Social worker Dr Bina Lavania) ने बुधवार को भाजपा का झंडा (BJP's flag) थाम लिया है। डॉक्टर बीना लवानिया को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह (BJP State President Swatantra Dev Singh) ने पार्टी की सदस्यता दिलवाई। इस मौके पर कन्नौज के सांसद सुब्रत पाठक,कुशीनगर के सांसद विजय कुमार दुबे,सांसद संतकबीरनगर प्रवीण कुमार निषाद समेत कई वरिष्ठ भाजपाई मौजूद रहे।

By संतोष सिंह 
Updated Date

आगरा। कोरोना काल (Corona Period) में आगरा वासियों के लिए देवदूत बनकर आई प्रमुख समाजसेविका डॉक्टर बीना लवानिया (Social worker Dr Bina Lavania) ने बुधवार को भाजपा का झंडा (BJP’s flag) थाम लिया है। डॉक्टर बीना लवानिया को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह (BJP State President Swatantra Dev Singh) ने पार्टी की सदस्यता दिलवाई। इस मौके पर कन्नौज के सांसद सुब्रत पाठक,कुशीनगर के सांसद विजय कुमार दुबे,सांसद संतकबीरनगर प्रवीण कुमार निषाद समेत कई वरिष्ठ भाजपाई मौजूद रहे।

पढ़ें :- 'इंडिया फॉर चिल्ड्रेन' को मिला प्रतिष्ठित 'द गोल्डन स्टार आइकॉन अवार्ड'

आगरा में डॉक्टर बीना लवानिया एक ऐसा नाम है जब कोरोना काल में आगरावासी घर से निकलने में भी घबरा रहे थे। तब ये उन गली मोहोल्लों और बस्तियों में गई जहां लोगों को मदद की सर्वाधिक आवश्यकता थी। शहर वासियों को सैनिटाइजर और मॉस्क महीनों तक निःशुल्क बंटवाये। इनकीं एक टीम सिर्फ यहीं देखती थी कि आम जन तक राहत पहुंच रही है या नहीं। गरीबों के घरों तक राशन और खाना भी पहुंचवाया। जिन बच्चों के माता-पिता का निधन कोरोना काल मे हुआ ऐसे कई बच्चों की शिक्षा का जिम्मा भी इन्होंने उठाया।

जब कोरोना काल मे ऑक्सीजन (Oxygen) के लिए त्राहि-त्राहि मची हुई थी तब न सिर्फ इन्होंने अपनी टीम के माध्यम से लोगों तक ऑक्सीजन पहुंचवाया बल्कि ऑक्सीजन कंसंट्रेटर(oxygen concentrator)  भी ज़रूरतमंदों को निः शुल्क उपलब्ध करवाए। पीएचडी डिग्रीधारक डॉक्टर बीना लवानिया,सीएसआर में डिप्लोमा धारक भी है। लंबे समय तक देश की विख्यात एमिटी विश्वविद्यालय (Amity University) में प्रोफेसर भी रही हैं, लेकिन इन्होंने अपनी नौकरी से त्यागपत्र तब दे दिया जब इन्हें लगा कि इन्हें मानव जीवन के लिए कुछ करना है। आमजन की सेवा करनी है बस उसके बाद से ये लग गई समाजसेवा में। इनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए इन्हें कई बार सम्मानित भी किया जा चुका है।

पढ़ें :- सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश वी. रामसुब्रमण्यम एनएचआरसी के अध्यक्ष नियुक्त

Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...