प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीनों कृषि कानून वापसी की घोषणा के बाद समाजवादी पार्टी ने चुनावी मैदान में किसानों के अन्य मुद्दों को हवा देने की रणनीति बनाई है।
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीनों कृषि कानून वापसी की घोषणा के बाद समाजवादी पार्टी ने चुनावी मैदान में किसानों के अन्य मुद्दों को हवा देने की रणनीति बनाई है। सपा प्रमुख रूप से न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर कानून बनाने को लेकर केंद्र सरकार और भाजपा पर आक्रामक रुख अपनाने की तैयारी कर रही है।
सपा मुखिया अखिलेश यादव अपनी जनसभाओं और रैलियों में उपज की खरीदारी, यूरिया-डीएपी की किल्लत, डीजल-पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी, महंगाई जैसे मुद्दों के जरिये किसानों की सहानभूति बटोरने की हर संभव कोशिश करेंगे। यूपी में अगले साल विधानसभा(UP election) चुनाव प्रस्तावित हैं।
सपा के एमएलसी व राष्ट्रीय प्रवक्ता सुनील सिंह साजन ने कहा कि किसान भाजपा (BJP) के बहकावे में नहीं आएंगे। प्रधानमंत्री नेंद्र मोदी 15 लाख रुपये, हर साल दो करोड़ नौकरियां, किसानों की आय दोगुनी करने सहित तमाम वादे किए थे, जिसे आज तक पूरा नहीं किया गया। इसलिए जनता व किसान उन पर भरोसा नहीं करते हैं।