नोएडा समेत एनसीआर में पिछले कई दिनो से लगातार हवा जहरीली होती जा रही है। गुरुवार को नोएडा में धुंध की चादर दिखाई दी। यह धुंध मौसम बदलने से नही बल्की खराब बढ़ते वायू प्रदुषण के कारण है। अनुमान है कि आने वाले दिनो में वायू प्रदुषण ओर अधिक खराब हो सकता है।
नोएडा: नोएडा ग्रेटर नोएडा सहित एनसीआर में लगातार वायू प्रदुषण बढ़ता जा रहा है। ऐसे में इस बार दीवाली से पहले ही नोएडा एनसीआर में वायू प्रदुषण बेहद खराब स्थिति तक पहुंचने की आशंका है। ऐसे में बढ़ते वायू प्रदुषण पर काबू पाने के लिए प्रदुषण नियंत्रण बोर्ड और नोएडा प्राधिकरण लगातार प्रसास कर रहे है और शहर में वायू प्रदुषण को रोकने के लिए नियमो को ना मानने वाली कंपनियो, बिल्डरो आदि पर कार्यवाही भी कर रहा है।
नोएडा ग्रेटर नोएडा में गुरुवार को धुंध की चादर दिखाई दी। पिछले कई दिनो से नोएडा में प्रदूषण खराब स्तर पर बना हुआ है। इस बार तो दिवाली से पहले ही आशंका जताई जा रही है कि नोएडा समेत एनसीआर की हवा और भी अधिक जहरीली हो सकती है। आने वाले दिनो में नोएडा और ग्रेटर नोएडा में वायू प्रदूषण की स्थिति काफी खराब स्तर पर पहुंच सकती है। शहर में बढ़ते प्रदूषण पर काबू पाने के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान को लागू कर दिया गया है। इसके अलावा ग्रैप के नियमो की अनदेखी करने वालो पर भी कार्यवाही की जा रही है।
पांच दिनो में 250 को पार कर चुका है नोएडा और ग्रेटर नोएडा का एक्यूआई
शहर में पिछले पांच दिनो में प्रदूषण का लेवल खराब स्तर पर बना हुआ है। पिछले पांच दिनो में नोएडा और ग्रेटर नोएडा का एक्यूआई लेवल 250 को कई बार पार कर चुका है। बुधवार को नोएडा का एक्यूआई लेवल 237 और ग्रेटर नोएडा का एक्यूआई 269 रहा है। अंदेशा है कि आने वाले दिनो में यहां पर प्रदूषण और भी बढ़ सकता है।
पराली जलाने के बढ़ते मामले भी है प्रदुषण बढ़ने की वजह
पंजाब, हरियाणा और यूपी में पराली जलाने के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। जिसके कारण नोएडा, दिल्ली समेत एनसीआर में प्रदूषण बढ़ने की संभावना है। प्रदुषण नियंत्रण बोर्ड बढ़ते प्रदुषण को देखते हुए नियमो को सख्त कर रही है। इसके अलावा पिछले कुछ दिनो में नोएडा प्राधिकरण और प्रदुषण नियंत्रण बोर्ड ने शहर में औचक निरीक्षण भी किया और जहां पर किसी कंपनी, बिल्डर या ठेकेदार द्वारा ग्रैप के नियमो को तोड़ कर वायू प्रदुषण करता मिला तो उनके खिलाफ कार्यवाही भी की है। पिछले तीन दिनो में विभाग द्वारा अलग अलग स्थानो पर नियमो का पलन नही होने पर 27 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है।
कैसे समझे एक्यूआई को
0 से 50 —- अच्छा
51 से 100—संतोषजनक
101 से 200–मध्यम
200 से 300–खराब
300 से 400–बहुत खराब
400 से 500–गंभीर