एकादशी के व्रत की बहुत महिमा है। पौराणिक मान्यता है कि एकादशी व्रत रहने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
Amalaki Ekadashi 2022 : एकादशी के व्रत की बहुत महिमा है। पौराणिक मान्यता है कि एकादशी व्रत रहने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। धार्मिक ग्रंथों में वर्णित है कि एकादशी व्रत रहने वाला भक्त मोक्ष को प्राप्त करके श्री हरि विष्णु के चरणों में स्थान पाता है। यदि आप आमलकी एकादशी व्रत रखते हैं, तो आपको कुछ नियमों का पालन करना होगा। आइये जानते है एकादशी व्रत के जरूरी नियम।
आमलकी एकादशी व्रत के नियम
1. आमलकी एकादशी व्रत में आंवले के पेड़ के नीचे पूजा करने का विधान है। इस व्रत में आंवले के पेड़ की भी पूजा करते हैं। इस पेड़ में सभी देवताओं का वास होता है।
2. आमलकी एकादशी के दिन भगवान विष्णु के अवतार परशुराम जी की पूजा करते हैं।
3.इसस व्रत में आंवले को प्रमुखता दी गई है, इसलिए इसे आंवला एकादशी भी कहते हैं।
4.पूजा के समय आमलकी एकादशी व्रत कथा का पाठ या श्रवण जरूर करना चाहिए।