प्राचीन काल से ही भारत में उत्कृष्ट कलाकृतियां बनती रही है। विभिन्न कालखंडों में भारत से ये कलाकृतियां चोरी होती रही है। लगभग 5000 साल पुरानी चोरी हुई मूर्तियां वापस भारत आएंगी।
Ancient Sculptures : प्राचीन काल से ही भारत में उत्कृष्ट कलाकृतियां बनती रही है। विभिन्न कालखंडों में भारत से ये कलाकृतियां चोरी होती रही है। लगभग 5000 साल पुरानी चोरी हुई मूर्तियां वापस भारत आएंगी। ये मूर्तियां तस्कर गिरोहों द्वारा चुराए गए थे। न्यूयॉर्क के सरकारी वकील एल्विन ब्रैग ने बताया है कि तस्कर सुभाष कपूर के नेटवर्क द्वारा भारत व पाकिस्तान से लाई गईं सैकड़ों प्राचीन मूर्तियों और अन्य सामानों को उन देशों को लौटा दिया गया है। इनमें से कुछ तो 5,500 साल पुरानी हैं।
मैनहट्टन स्थित ब्रैग के कार्यालय से कहा गया कि भारत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, कंबोडिया, इंडोनेशिया, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका, थाईलैंड आदि से कपूर नेटवर्क प्राचीन वस्तुएं अमेरिका लाई गई थीं। भारत से लाए गए 235 पुरावशेष जब्त किए गए थे। कार्यालय ने कहा कि तस्करी के सामान कपूर की आर्ट ऑफ द पास्ट गैलरी के माध्यम से मैनहट्टन में बेचे गए थे। इनमें 12वीं या 13वीं शताब्दी की संगमरमर की मूर्ति येल यूनिवर्सिटी की आर्ट गैलरी द्वारा लौटा दी गई थी।
ब्रैग के कार्यालय के अनुसार, पिछले महीने एक समारोह में भारत के महावाणिज्य दूत रणधीर जायसवाल को लगभग 4 मिलियन डॉलर मूल्य की 307 वस्तुएं सौंपी गईं। कार्यालय ने कहा कि नैन्सी वीनर और उनकी दिवंगत मां डोरिस वीनर द्वारा जांच के दौरान पांच भारतीय पुरावशेष जब्त किए गए थे।
बलुआ पत्थर की मूर्ति
कार्यालय ने कहा कि उनके पास से मध्य भारत के एक मंदिर से लूटी गई 11वीं शताब्दी की गरुड़ के साथ भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की मूर्ति जब्त की गई है। कंबोडिया के एक मंदिर से लूटी गई भगवान विष्णु की एक बलुआ पत्थर की मूर्ति भी लौटाई गई।