जम्मू-कश्मीर के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे भारतीय सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने गुरुवार को अमरनाथ यात्रा को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश में आतंकवादी घटनाओं में कमी आई है। पथराव के मामले भी कम हुए हैं। यह जम्मू-कश्मीर में सामान्य स्थिति की वापसी का संकेत है। मीडिया को संबोधित करते हुए जनरल नरवणे ने कहा कि सेना अमरनाथ यात्रा के सुचारू संचालन के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं।
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे भारतीय सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने गुरुवार को अमरनाथ यात्रा को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश में आतंकवादी घटनाओं में कमी आई है। पथराव के मामले भी कम हुए हैं। यह जम्मू-कश्मीर में सामान्य स्थिति की वापसी का संकेत है। मीडिया को संबोधित करते हुए जनरल नरवणे ने कहा कि सेना अमरनाथ यात्रा के सुचारू संचालन के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं।
उन्होंने कहा कि यहां के लोग भी वही चाहते हैं और यह एक अच्छी बात है। सामान्य स्थिति में वापसी के इस संदर्भ में हम हमारी तरफ से तैयार हैं। हमने अमरनाथ यात्रा को सुचारू रूप से चलाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं।
उन्होंने आगे कहा कि लंबे समय के बाद, हम एक ऐसी स्थिति में पहुंचे हैं जहां शांति बनी रहती है। युवाओं को मेरा संदेश है कि अगर शांति है। तो हम विकास कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि तभी हम एक साथ समृद्ध हो सकते हैं। हिंसा के इस रास्ते को छोड़ कर बेहतर भविष्य को अपनाएं। सेना प्रमुख ने कहा कि पाकिस्तान और भारत के बीच दशकों से अविश्वास है। भारत के साथ विश्वास बनाने की पूरी जिम्मेदारी पाकिस्तान की है।
नरवणे ने कहा कि एलओसी के दूसरी तरफ आतंकी ढांचा बनाना जारी है। इसलिए हमारी सतर्कता में कोई कमी नहीं हो सकती है। पाकिस्तान और भारत के बीच दशकों से अविश्वास है, स्थिति रातों रात नहीं बदल सकती है। अगर वे संघर्ष विराम का पालन करना जारी रखते हैं। भारत भर में आतंकवादियों को धकेलने से रोकते हैं तो इन कदमों से विश्वास बढ़ेगा।
इस दौरान सेना प्रमुख जनरल नरवणे ने नियंत्रण रेखा पर सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। स्थानीय कमांडरों ने सुरक्षा स्थिति और आतंकवादियों के घुसपैठ को नाकाम करने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने सैनिकों के साथ बातचीत की। उनके मनोबल और संचालनात्मक तैयारियों की उच्च स्थिति के लिए उनकी सराहना की।