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कहता रहा आशीष की मैं घटना स्थल पर मौजूद नहीं था लेकिन नहीं दे पाया ठोस सबूत, हुआ गिरफ्तार

आखिरकार लखीमपुर हिंसा का मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा उर्फ मोनू कल देर रात गिरफ्तार हो गया। क्राइम ब्रांच दफ्तर पर लगभग 12 घंटे तक चली पूछताछ के बाद पुलिस ने आशीष को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। पूछताछ के दौरान आशीष ने एक ही जवाब देकर पुलिस को खूब बरगलाने की कोशिश की, मगर उसकी कोई भी चाल काम न आई और आखिरकार पुलिस ने उसे जांच में सहयोग न करने पर रात 10 बजकर 50 मिनट पर गिरफ्तार कर लिया।

By प्रिन्स राज 
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लखीमपुर। आखिरकार लखीमपुर हिंसा का मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा उर्फ मोनू कल देर रात गिरफ्तार हो गया। क्राइम ब्रांच (Crime Branch) दफ्तर पर लगभग 12 घंटे तक चली पूछताछ के बाद पुलिस ने आशीष को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। पूछताछ के दौरान आशीष ने एक ही जवाब देकर पुलिस को खूब बरगलाने की कोशिश की, मगर उसकी कोई भी चाल काम न आई और आखिरकार पुलिस ने उसे जांच में सहयोग न करने पर रात 10 बजकर 50 मिनट पर गिरफ्तार कर लिया।

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सूत्रों के मुताबिक, बंद कमरे के अंदर आशीष मिश्रा से करीब 32 सवाल दागे गए। पूछताछ में आशीष मिश्रा इस बात का सबूत बार-बार दे रहा था कि वह घटनास्थल पर था ही नहीं। उन्होंने इस बात को साबित करने के लिए कई वीडियो और शपथ पत्र प्रस्तुत किए। इसके बाद पुलिस के सवालों का चक्रव्यूह बढ़ता गया। कई चरणों में चार-चार अधिकारियों (Officers) ने मोनू से क्रॉस प्रश्न किये। जिनका जवाब देने के लिए आशीष मिश्रा मोनू को तमाम वीडियो साक्ष्य प्रस्तुत करने पड़े। साथ ही उन लोगों की कथित तौर पर दी गई। गवाही के कागज भी पेश करने पड़े। जांच टीम का सबसे प्रमुख सवाल यही था 3 अक्तूबर रविवार को दोपहर 2:36 बजे से लेकर 3:30 बजे तक कहां थे?

यह वही वक्त था जब तिकुनिया (Tikuniya) इलाके में यह कांड हुआ, जिसमें आठ लोगों की जान चली गयी, जबकि नौ लोग जख्मी हुए। पुलिस ने हर एंगल से पूछताछ की, जिसको लेकर तमाम सवाल और आशंका सामने आ रहे थे। सूत्र बताते हैं कि आशीष हर सवाल के जवाब में सिर्फ इतना ही साबित करने में लगा रहा कि घटना वाली जगह पर वह मौजूद ही नहीं था। पुलिस जांच टीम ने उनसे उसकी कार थार के बारे में सवाल भी किए। आशीष एक सवाल का जवाब देकर खामोश होता कि जांच टीम उनसे दूसरा सवाल दाग देती।

आपको बता दें कि आशीष मिश्रा को पुलिस ने दिन शुक्रवार को ही पूछताछ के लिए थाने आने का नोटिस (Notice) दिया था। लेकिन वह उस दिन ना आ कर के शनिवार को क्राइम ब्रांच दफ्तर पहुंचा। आशीष मिश्र उर्फ मोनू(Aashish Monu Mishra) शनिवार सुबह 10 बजकर 40 मिनट पर क्राइम ब्रांच के सामने पेश हुआ। पूछताछ के सिलसिले में कई घंटे गुजर गए। डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल और पीएसी सेनानायक सुनील सिंह के अलावा बाकी अधिकारी गेट के अंदर बाहर आते जाते रहे, लेकिन वरिष्ठ अधिकारी गेट से बाहर नहीं निकले।

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