अशोक की छाल, फूल और पत्तियों में खास एंटी ऑक्सीडेंट्स और फ्लेवेनाइड मौजूद होते है जिनके अर्क के इस्तेमाल से कई बीमारियों से बचा जा सकता है।वहीं अगर अशोक के पत्तों के बारे में बात करें तो कई तरह की दिक्कतों को दूर करने के लिए किया जाता है।
Benefits of Ashoka Leaves: अक्सर आपने सड़कों के किनारे बड़े बड़े लंबी पत्ती वाले अशोक के पेड़ देखे होंगे। अक्सर इन्हें सड़क के किनारे लगे हुए देखा जाता है।कई लोग तो इसके पत्तों का इस्तेमाल आम के पत्तों के साथ घर के मुख्य दरवाजों में तोरन के रुप में किया जाता है।
पर क्या आप जानते है कि अशोक के पत्तों का इस्तेमाल आयुर्वेद में औषधि के रुप में किया जाता है। अशोक की छाल, फूल और पत्तियों में खास एंटी ऑक्सीडेंट्स और फ्लेवेनाइड मौजूद होते है जिनके अर्क के इस्तेमाल से कई बीमारियों से बचा जा सकता है।वहीं अगर अशोक के पत्तों के बारे में बात करें तो कई तरह की दिक्कतों को दूर करने के लिए किया जाता है।
एक आयुर्वेदिक डॉक्टर के अनुसार अशोक के पत्तों का अर्क मिलाकर छोटी मोटी बीमारियों में इस्तेमाल किया जाता है। इसके असर को बढ़ाने के लिए इनमें कई तरह की चीजों को मिलाया जाता है। जो इसके असर को बढ़ा देता है। अशोक के पत्तों में डिटॉक्सीफाइंग गुण होता है जो कि शरीर को अंदर से डिटॉक्सीफाई करता है और विषाक्ता को कम करने में हेल्प करता है।
इसके अलावा अशोक के पत्तों में एंटी बैक्टीरियल गुण पाये जाते है जो फोड़े और फुंसियों को भी ठीक करते है। अशोक के पत्तों को उबालकर इसका लेप बना कर इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा इसे आप उबाल कर भी इस्तेमाल कर सकती है।
अशोक के पत्तों को उबाल कर पानी छान लें इसमें दो बूंद पिपरमिंट का तेल मिला लें। अब इस पानी से नहा लें। फोड़े फुंसियों और खुजली में आराम मिलेगा। इसके अलावा अशोक के पत्ते जोड़ो में दर्द में भी असरदार होते है। अशोक के पत्तों को पीसकर और इसे लौंग के तेल में मिला लें। इसे जोड़ों के दर्द में आराम मिलती है। अशोक के पत्तों में और लौंग के तेल में एंटी इंफ्लमेटरी गुण होता है, जो कि दर्द कम करता है।मांसपेशियों में आराम पहुंचाता है सूजन से बचाता है।