यूपी (UP)के प्रयागराज जिले (Prayagraj District) में पिछले दिनों पुलिस अभिरक्षा में मारे गये अशरफ (Ashraf) की सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इस चिट्ठी को उसके वकील ने फर्जी करार दिया है। अशरफ (Ashraf) के वकील विजय मिश्र ने गुरुवार को कहा कि मीडिया में जो चिट्ठी वायरल हो रही है, वह फर्जी है और वास्तविकता से कोसों दूर है।
प्रयागराज। यूपी (UP)के प्रयागराज जिले (Prayagraj District) में पिछले दिनों पुलिस अभिरक्षा में मारे गये अशरफ (Ashraf) की सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इस चिट्ठी को उसके वकील ने फर्जी करार दिया है। अशरफ (Ashraf) के वकील विजय मिश्र ने गुरुवार को कहा कि मीडिया में जो चिट्ठी वायरल हो रही है, वह फर्जी है और वास्तविकता से कोसों दूर है।
उन्होंने वायरल चिट्ठी को पढ़ा और देखा है, लेकिन वह अशरफ (Ashraf) की चिट्ठी नहीं है। उसमें किसी न्यायालय का प्रार्थना पत्र है। उसको मैनिपुलेट करके चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वायरल हो रहे चिट्ठी में अशरफ (Ashraf) ने न्यायालय से पुलिस अभिरक्षा में नहीं देने और वीडियो कांफ्रेसिंग (Video Conferencing) कराने के लिए आदेश पारित करने का अनुरोध किया था।
अधिवक्ता ने कहा कि मैं जब बरेली जेल में अशरफ (Ashraf) से मिलने गया था तो उससे चिट्ठी के बारे में पूछा था। इस पर उसने बताया था कि लिफाफे की बात तो सही है। चिट्ठी कहां है, किसके पास रखी है? इसकी जानकारी मुझे नहीं दी थी। हां, अशरफ (Ashraf) ने इतना जरूर कहा था कि अगर उसके साथ कोई घटना होती है या हत्या होती है, तो लिफाफे में बंद चिट्ठी चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (Chief Justice of India) और मुख्यमंत्री को भेज दिया जाये।
उन्होंने कहा कि घटना से पहले अतीक अहमद (Atiq Ahmed) की शाइस्ता परवीन (Shaista Parveen) ने एक चिट्ठी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) को लिखी थी और उनसे सुनवाई वीडियाे कांफ्रेसिंग (Video Conferencing) से कराने की अपील की थी।