ग्रह मण्डल में कुछ ग्रह शुभ प्रभाव देने वाले हैं तो कुछ ग्रह अशुभ प्रभाव देते है। ग्रहों की आपस मैत्री और शत्रुता का भी संबंध बनता है।
Astrology : ग्रह मण्डल में कुछ ग्रह शुभ प्रभाव देने वाले हैं तो कुछ ग्रह अशुभ प्रभाव देते है। ग्रहों की आपस मैत्री और शत्रुता का भी संबंध बनता है। ग्रह जब गोचर करते हुए राशि परिवर्तन करते है तब राशि में पहले से मौजूद ग्रह के युति बनती और इसी युति को योग कहा जाता है। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक मंगल का राशि परिवर्तन होने वाला है। शनिवार 26 फरवरी को मंगल का गोचर होगा। इस दिन मंगल ग्रह दोपहर 2 बजकर 46 मिनट पर मकर राशि में प्रवेश करेगा। मकर मंगल की उच्च राशि मानी गई है। दरअसल 26 फरवरी को खतरनाक अंगारक योग का निर्माण हो रहा है। आइए जानते हैं अंगारक योग के बारे में।
इस राशि में बनेगा अंगारक योग
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक जब मंगल का पाप ग्रह राहु या केतु साथ युति होती है तो अंगारक योग का निर्माण होता है। इस योग को बहुत खतरनाक माना जाता है। पाप ग्रह राहु इस वक्त वृषभ राशि में गोचर कर रहा है। जबकि केतु वृश्चिक राशि में गोचर अवस्था में है। साथ ही राहु की दृष्टि मकर राशि पर भी है और इसी राशि में मंगल का गोचर होने वाला है।
अंगारक योग से बचने के उपाय
1.बातचीत में बरतनी चाहिए।
2.वाद-विवाद से दूर रहना चाहिए।
3.परिवार में बड़े भाइयों को नाराज नहीं करना चाहिए।
4.वाणी पर नियंत्रण रखना चाहिए।
5.अंगारक योग के दौरान गलत संगति से दूर रहना चाहिए।