श्री रामजन्म भूमि पथ (Shri Ramjanmabhoomi Path) रविवार को भक्तों के लिए खोल दिया गया है। पथ के खुलते ही भक्तों ने रामलला के जयकारे लगाए। यह पथ बिरला धर्मशाला (Birla Dharamshala) से सुग्रीव किला (Sugriva Fort) होते रामलला के दरबार में जाएगा। यह पथ 600 मीटर लंबा व करीब 100 फुट चौड़ा है।
अयोध्या : श्री रामजन्म भूमि पथ (Shri Ramjanmabhoomi Path) रविवार को भक्तों के लिए खोल दिया गया है। पथ के खुलते ही भक्तों ने रामलला के जयकारे लगाए। यह पथ बिरला धर्मशाला (Birla Dharamshala) से सुग्रीव किला (Sugriva Fort) होते रामलला के दरबार में जाएगा। यह पथ 600 मीटर लंबा व करीब 100 फुट चौड़ा है। मंदिर ट्रस्ट के महासचिव (General Secretary of The Temple Trust) चंपत राय (Champat Rai) ने बताया कि इस पथ के खुलने से भक्त 500 मीटर कम चलकर दर्शन कर सकेंगे। रामलला के दर्शन और निकासी दोनों इसी पथ से होगी।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र (Shri Ram Janmabhoomi Pilgrimage Area) में भक्तों की सुविधा के लिए निःशुल्क लॉकर व्यवस्था शुरू की है। जिसमें यात्री अपना कीमती सामान रख सकेंगे। ताकि वह मंदिर कम से कम सामान लेकर जा सकें। इसके साथ ही यात्रियों के सुविधा के लिए सुलभ शौचालय का भी निर्माण कराया गया है। मंदिर ट्रस्ट के महासचिव ने बताया कि इन सुविधाओं से भक्तों को आसानी होगी।
कार्यक्रम के दौरान ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय (Trust General Secretary Champat Rai) , ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्र, विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र, महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी (Mayor Mahant Girishpati Tripathi) , पूर्व महापौर ऋषिकेश उपाध्याय, कमिश्नर गौरव दयाल, डीएम नीतीश कुमार व एसएसपी राज करण नैयर मौजूद रहे।
भक्तों को मिलेगी सुविधा
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट (Shri Ram Janmabhoomi Pilgrimage Area) के महासचिव चंपत राय (Champat Rai) ने बताया कि अयोध्या के सड़क मार्ग से जुड़ा यह जन्मभूमि पथ भक्तों को बिरला धर्मशाला के सामने से सीधे रामलला के गर्भगृह तक पहुंचाएगा। इस मार्ग के जरिए आसानी से राम भक्त रामलला के दर्शन के लिए जा सकेंगे। पूर्व के दर्शन मार्ग के मुकाबले इस दर्शन मार्ग से श्रद्धालुओं को करीब आधा किलोमीटर तक कम पैदल चलना पड़ेगा।
पहले हनुमानगढ़ी के रास्ते मिलता था प्रवेश
रामलला का दर्शन (Darshan of Ramlala) करने आए श्रद्धालु विकल्प त्रिवेदी ने बताया कि पूर्व में जब वह रामलला का दर्शन (Darshan of Ramlala) करने आए थे तो उन्हें हनुमानगढ़ी के रास्ते राम जन्मभूमि परिसर (Ram Janmabhoomi Premises) में जाने का मार्ग मिला था। रास्ते काफी संकरे थे, भीड़ में समस्या होती थी। यह मार्ग काफी चौड़ा है। मेले में भी राम भक्तों को कोई असुविधा नहीं होगी। आसानी से रामभक्त व श्रद्धालु इस मार्ग के जरिए रामलला के दर्शन कर सकेंगे।