मोदी सरकार (Modi Government) में केंद्रीय मंत्री रह चुके बाबुल सुप्रियो (Babul Supriyo) पिछले महीने तृणमूल कांग्रेस (TMC) में शामिल हो गए थे। मीडिया में अब खबर आ रही हैं कि वह 19 अक्टूबर मंगलवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Lok Sabha Speaker Om Birla) से मिलकर सांसद पद से इस्तीफा (Resign from the post of MP) दे देंगे।
कोलकाता। मोदी सरकार (Modi Government) में केंद्रीय मंत्री रह चुके बाबुल सुप्रियो (Babul Supriyo) पिछले महीने तृणमूल कांग्रेस (TMC) में शामिल हो गए थे। मीडिया में अब खबर आ रही हैं कि वह 19 अक्टूबर मंगलवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Lok Sabha Speaker Om Birla) से मिलकर सांसद पद से इस्तीफा (Resign from the post of MP) दे देंगे।
पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो (Babul Supriyo) के मंगलवार को आसनसोल के सांसद पद से इस्तीफा (Resign from the post of MP) देने की पूरी संभावना है। बाबुल सुप्रियो (Babul Supriyo) ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Lok Sabha Speaker Om Birla) को सांसद के रूप में इस्तीफे की औपचारिकता पूरी करने के लिए लिखा था। इस पर उनको मंगलवार सुबह 11 बजे का समय दिया गया है।
टीएमसी में शामिल होने के बाद किया था एलान
टीएमसी (TMC) सूत्रों ने बताया कि बाबुल सुप्रियो (Babul Supriyo) मंगलवार सुबह दिल्ली के लिए रवाना होंगे। इसके बाद वह अपने इस्तीफे की औपचारिकताएं पूरी करेंगे। इससे पहले, तृणमूल कांग्रेस (TMC) में शामिल होने के ठीक बाद सुप्रियो ने स्पष्ट कर दिया था कि वह सांसद पद पर नहीं रहेंगे, क्योंकि यह अनैतिक होगा। वह भाजपा के टिकट पर आसनसोल के सांसद चुने गए थे और वह अब भाजपा में नहीं हैं।
18 सितंबर को तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) में शामिल हुए बाबुल सुप्रियो (Babul Supriyo) ने पहले घोषणा की थी कि अध्यक्ष से मिलने के बाद वह इस्तीफा दे देंगे। हालांकि कुछ उदाहरण ऐसे भी हैं कि सांसद और विधायक पार्टी छोड़ने के बाद भी अपना पद नहीं छोड़ते।
बाबुल 2014 और 2019 में दो बार आसनसोल संसदीय क्षेत्र से जीते। वह नरेंद्र मोदी मंत्रालय में केंद्रीय राज्यमंत्री भी बने, लेकिन उन्हें कैबिनेट फेरबदल में हटा दिया गया। उसके बाद उन्होंने रातों-रात राजनीति छोड़ने का एलान कर दिया और कुछ ही दिनों में वह टीएमसी में शामिल हो गए।
जुलाई में हटाए गए थे मंत्री पद से
जुलाई में केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल के दौरान हटाए जाने के बाद से नाराज चल रहे बाबुल ने 18 सितंबर को अचानक टीएमसी (TMC) का दामन थाम लिया था। इस साल की शुरुआत में हुए बंगाल विधानसभा चुनाव में भी भाजपा ने बाबुल को कोलकाता की टालीगंज सीट (Tallyganj seat) से चुनावी मैदान में उतारा था, जहां उन्हें करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा था। उसके बाद जुलाई में मोदी मंत्रिमंडल (Modi cabinet) का हुए विस्तार में बाबुल सुप्रियो (Babul Supriyo) को मंत्री पद से हटा दिया गया था।