बलिया जिले के सतीश चंद्र कालेज में बीते दिनों हुई अराजकता के खिलाफ आंदोलनरत शिक्षकों-कर्मचारियों ने शनिवार को अधिकार मंच के बैनर तले ध्यानाकर्षण रैली निकाली। एससी कालेज से डीएम कार्यालय पर निकाली गयी रैली में हजारों शिक्षकों-कर्मचारियों ने सहभागिता की।
बलिया। बलिया जिले के सतीश चंद्र कालेज में बीते दिनों हुई अराजकता के खिलाफ आंदोलनरत शिक्षकों-कर्मचारियों ने शनिवार को अधिकार मंच के बैनर तले ध्यानाकर्षण रैली निकाली। एससी कालेज से डीएम कार्यालय पर निकाली गयी रैली में हजारों शिक्षकों-कर्मचारियों ने सहभागिता की।
इस दौरान पूरे रास्ते उन्होंने अपनी मांगों के समर्थन में पम्पलेट बांटे और जमकर नारेबाजी भी की। जिला प्रशासन को आगाह भी किया कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गयीं तो आंदोलन और आक्रामक होगा। 10 दिसम्बर को कार्य बहिष्कार तथा 12 दिसम्बर से डीएम कार्यालय पर बेमियादी धरना का निर्णय किया गया।
लखनऊ विश्वविद्यालय के संगठन लुआक्टा के अध्यक्ष डॉ. मनोज पांडेय ने चेताया कि यदि बलिया के शिक्षकों की सुनवाई नहीं हुई तो लखनऊ में भी आंदोलन शुरू होगा। रैली में उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ, माध्यमिक शिक्षक संघ, शिक्षामित्र प्राथमिक संघ, राज्य कर्मचारी महासंघ, जिला कलक्ट्रेट संघ, राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद समेत सभी संबद्ध संगठन शामिल हुए। धरना सभा में वक्ताओं ने कहा कि इस मामले में डीएम का रवैया संवेदनशील नहीं है।
प्रशासन की चुप्पी यह चुप्पी शिक्षकों व कर्मचारियों को उकसाने वाली है। यदि जिला प्रशासन की चुप्पी नहीं टूटी तो आगे अधिक आक्रामक रणनीति अपनाने को बाध्य होंगे। लुआक्टा के अध्यक्ष डॉ. मनोज पांडेय (Luacta President Dr. Manoj Pandey) ने कहा कि जरूरत पड़ी तो आंदोलन लखनऊ की धरती पर होगा। परीक्षाएं भी तब होंगी, जब हमारे साथियों की मांगें मानी जाएंगी।
उन्होंने प्रदेशव्यापी आंदोलन की चेतावनी भी दी। अधिकार मंच के जिलाध्यक्ष जितेंद्र सिंह (District President of Adhikar Manch Jitendra Singh) ने कहा कि शिक्षकों का धरना पर बैठना प्रशासन के लिए अशोभनीय है। टीडी कालेज चौराहा पर गहमागहमी एससी कालेज से स्टेशन, चित्तू पांडेय चौराहा होते हुए टीडी कालेज चौराहा पर पहुंची।
यहां काफी गहमागहमी देखने को मिली। शिक्षकों-कर्मचारियों के साथ पुलिस की हल्की नोकझोंक भी हुई। दरअसल, टीडी कालेज चौराहा पर छात्रनेताओं की भूख हड़ताल भी चल रही है। ये छात्रनेता एससी कालेज के चीफ प्राक्टर पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। संवेदनशीलता को देखते हुए यहां पुलिस मुस्तैद थी। शिक्षकों-कर्मचारियों की रैली को छात्रनेताओं के टेंट के पास से गुजरने के दौरान पुलिस से हल्की नोकझोंक भी हुई।
कलक्ट्रेट परिसर में दरी-लाउडस्पीकर जब्त
एससी कॉलेज के शिक्षकों के समर्थन में शुक्रवार को कलक्ट्रेट में आयोजित शिक्षक-कर्मचारियों के धरना से पहले डीएम सौम्या अग्रवाल ने दरी व लाउडस्पीकर को जब्त करा दिया। चूंकि एससी कॉलेज से रैली निकलकर डीएम कार्यालय तक पहुंचनी थी। हालांकि जुलूस पहुंचने के बाद ई-रिक्शा पर बंधे लाउडस्पीकर से शिक्षकों ने हुंकार भरा तथा दोबारा मैट (दरी) मंगवाकर बिछवाया।
सीआरओ को दिया चार सूत्रीय ज्ञापन
जिलाधिकारी की अनुपस्थिति में शिक्षकों-कर्मचारियों ने सीआरओ को ज्ञापन दिया। इसके माध्यम से शिक्षक से अभद्रता करने वाले अराजक तत्वों को गिरफ्तार करने, मुख्य आरोपित के खिलाफ गुंडा एक्ट की कार्रवाई, उच्च शैक्षणिक संस्थानों में अराजक तत्वों का प्रवेश पूरी तरह से निषिद्ध करने तथा एससी कालेज के चीफ प्राक्टर डॉ. अवनीश चंद्र पांडे पर दर्ज मुकदमा वापस लेने की मांग की गयी।
शिक्षकों की रैली में इनकी रही मौजूदगी
इस दौरान डा. अखिलेश राय, अरविंद राय, अशोक श्रीवास्तव, प्रो. निशा राघव, डॉ. माला, अरुण सिंह, अजय यादव, प्रो. फूलबदन सिंह, प्रो शिवाकांत मिश्र, प्रो अमलदार निहार, प्रो जैनेन्द्र पांडे, प्राशिसं के जिला महामंत्री राजेश पांडेय, कौशल उपाध्याय, श्रीरंगनाथ मिश्र, डॉ निवेदिता श्रीवास्तव, डॉ साहब दूबे, संतोष चौबे, डॉ सुजीत वर्मा, डॉ. मनोज दूबे, डॉ. मनजीत सिंह, राजमंगल यादव, राम कुमार सिंह आदि थे। संचालन वेद प्रकाश पांडेय ने किया।