यूपी के बाराबंकी जिले (Barabanki District) में स्थित हैदरगढ़ समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। यहां एम्बुलेंस नहीं मिलने के कारण एक शख्स को अपने पिता का शव बाइक पर बिठाकर घर ले जाना पड़ा है।
बाराबंकी। यूपी के बाराबंकी जिले (Barabanki District) में स्थित हैदरगढ़ समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (Haidergarh Community Health Center) से मानवता को शर्मसार (Shame on Humanity) करने वाला मामला सामने आया है। यहां एम्बुलेंस नहीं मिलने के कारण एक शख्स को अपने पिता का शव बाइक पर बिठाकर घर ले जाना पड़ा है।
यह घटना सुबेहा थाने क्षेत्र (Subeha Police Station Area) के रजवापुर थलवारा गांव (Rajwapur Thalwara Village) की है, जहां 55 वर्षीय शिवशंकर गौतम (Shivshankar Gautam) को टीबी की गंभीर बीमारी थी। बीते सोमवार को अचानक से गौतम की तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद परिजन उसे लेकर सीएचसी हैदरगढ़ (CHC Haidergarh) पहुंचे। यहां डॉक्टरों ने व्यक्ति का इलाज शुरू किया, लेकिन उसकी हालत बिगड़ने से कुछ ही देर में मौत हो गई। इसके बाद परिजनों ने एम्बुलेंस के लिए 108 नंबर पर कॉल किया, जहां बताया गया कि शव को ले जाने के लिए सीएचसी (CHC ) पर एंबुलेंस नहीं है।
परिजन शव ले जाने के लिए वाहन ढूंढते रहे, लेकिन काफी देर तक वाहन ना मिल पाने के बाद मृतक के बेटे ने गांव के एक अन्य शख्स को फोन कर बाइक लेकर आने को कहा। फिर उसकी बाइक पर अपने पिता के शव को किसी तरह बिठाकर घर लेकर पहुंचा।
शव को बाइक पर ले जाते हुए देख लोगों ने इसका फोटो भी ले लिया, जो अब वायरल हो रहा है। सरकारी तंत्र पर सवाल खड़ा कर रहा है। वहीं जब इस बारे में हैदरगढ़ सीएससी अधीक्षक मुकुंद पटेल (Hydergarh CSC Superintendent Mukund Patel) इस मामले में सफाई देते हुए बताया कि शव वाहन जिला चिकित्सालय (District hospital) में रहता है, सीएचसी (CHC ) पर उपलब्ध नहीं था।