कल से शुरु हुए भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीसरे टेस्ट मैच में भारत ने टॉस जीत कर के पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। केपटाउन के क्रिकेट ग्राउंड पर भारत के बल्लेबाजों ने सधी हुई शुरुआत की। लेकिन अफ्रीकी गेंदबाजों ने जल्द ही मैच की तस्वीर बदल दी और भारतीय टीम के तीन बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखा दिया। भारत की टीम 100 रनों के अंदर ही तीन विकेट गवां चुकि थी।
नई दिल्ली। कल से शुरु हुए भारत और दक्षिण अफ्रीका(IND VS SA) के बीच तीसरे टेस्ट मैच में भारत ने टॉस जीत कर के पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। केपटाउन के क्रिकेट ग्राउंड पर भारत के बल्लेबाजों ने सधी हुई शुरुआत की। लेकिन अफ्रीकी गेंदबाजों ने जल्द ही मैच की तस्वीर बदल दी और भारतीय टीम के तीन बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखा दिया। भारत की टीम 100 रनों के अंदर ही तीन विकेट गवां चुकि थी।
क्रिज के एक छोर पर भारत के कप्तान विराट कोहली(Virat Kohli) पहले से मौजूद थे। दूसरे छोर पर बल्लेबाजी के लिए आये अनुभवी बल्लेबाज आजिंक्य रहाणे से टीम को बहुत उम्मीद थी। इतिहास रचने के इरादे से मैदान पर उतरी भारतीय टीम को रहाणे ने एक बार फिर निराश किया। रहाणे महज नौ रन बनाकर दक्षिण अफ्रीकी तेज गेंदबाज कगिसो रबाडा की गेंद पर आउट हो गए।
पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद टीम इंडिया के बैटिंग कोच विक्रम राठौर ने खुलकर रहाणे की फॉर्म पर बात की। उन्होंने साफ किया कि किसी और बल्लेबाज को मौका देने से पहले टीम मैनेजमेंट रहाणे को एक और मौका देना चाहेगा। 52 वर्षीय विक्रम राठौर(Vikram Rathaur) ने कहा, ‘टीम मैनेजमेंट को उम्मीद है कि वह इन पारियों में एक अच्छा स्कोर बनाएं। मैं इतना कह सकता हूं कि टीम मैनेजमेंट खिलाड़ियों को उससे ज्यादा मौका देता है, जितना लोगों को लगता है कि एक खिलाड़ी डिजर्व करता है।’ मैच के पहले दिन टीम इंडिया महज 223 रनों पर ऑलआउट हो गई। जसप्रीत बुमराह ने दिन का खेल खत्म होने तक डीन एल्गर के रूप में दक्षिण अफ्रीका को बड़ा झटका दे दिया था। दक्षिण अफ्रीका ने एक विकेट पर 17 रन बनाए हैं।