सावन माह की प्रत्येक तिथि बहुत फलदायी है। इस माह में भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना तो की ही जाती है इसके साथ् ही सौर मंडल के अन्य ग्रहों की पूजा की जाती है।
Bhanu Saptami 2023 : सावन माह की प्रत्येक तिथि बहुत फलदायी है। इस माह में भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना तो की ही जाती है इसके साथ् ही सौर मंडल के अन्य ग्रहों की पूजा की जाती है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार सावन माह की भानु सप्तमी का व्रत विशेष फलदायी माना जाता है। इस तिथि पर सूर्य पूजन विशेष महत्व है। इस सप्तमी को अनेक नामों से जाना जाता है। इसमें इसे भानु या सूर्य सप्तमी कहते हैं। पद्म पुराण के अनुसार, इस दिन पहली बार भगवान सूर्य की किरणें पृथ्वी पर पड़ी थीं और सूर्य का प्रकाश जीवन का आधार बना था।। भानु सप्तमी (Bhanu Saptami 2023) का दिन सूर्य देव की पूजा-अर्चना और उपासना के लिए खास होता है।
इस बार सावन माह की कृष्ण पक्ष भानु सप्तमी का व्रत 9 जुलाई 2023 को रखा जाएगा। मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भगवान सूर्य की विशेष पूजा करने से कुंडली में बना हुआ सूर्य दोष समाप्त होता है।
सूर्य सप्तमी 2023 मुहूर्त
सावन सप्तमी तिथि आरंभ- 08 जुलाई 2023, 21 बजकर 53 मिनट से
सावन सप्तमी तिथि समाप्त- 09 जुलाई 2023, 20 बजकर 00 मिनट तक
स्नान का समय प्रातः 05:29 – प्रातः 07:14 तक शुभदायक होगा।
शोभन योग और बुध का पुष्य नक्षत्र प्रवेश इस दिन की शुभता में वृद्धिदायक होंगे।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कुंड़ली में सूर्य के मजबूत होने से व्यक्ति को करियर और कारोबार में सफलता मिलती है और सुख-सौभाग्य की प्राप्ति होती है। यह व्रत करने से मनचाही नौकरी की भी इच्छा पूरी होती है।