बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रानौत के '1947 में मिली आजादी भीख थी' वाले बयान पर उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। कोई उनके बयान का समर्थन कर रहा है तो कोई उनकी घोर निंदा करता नजर आ रहा है।
नई दिल्ली। बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रानौत के ‘1947 में मिली आजादी भीख थी’ वाले बयान पर उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। कोई उनके बयान का समर्थन कर रहा है तो कोई उनकी घोर निंदा करता नजर आ रहा है। इसी कड़ी में अब भोजपुरी लोकगायिका और समाजिक कुरितियों पर अपने गीतों से कड़ा प्रहार करने वाली नेहा सिंह राठौर(Neha Singh Rathaur) की प्रतिक्रिया भी कंगना के बयान को लेकर के सामने आ गई है। जिसमे वो हमेशा की तरह अपने लोक गीतों के माध्यम से कंगना के बयान पर सवाल उठा रही हैं। वो अपने गीत के माध्यम से भोजपुरी भाषा में कंगना से पुछ रही हैं कि, अरे कहेलू आजादी ना ह हवे सेती मंगना, पद्म श्री पा के धधा गईलू कंगना(Kangana)।
गीत के माध्यम से नेहा कंगना से सवाल करती है कि क्यों पद्म श्री पुरस्कार पाके इतना बहस नहीं जाना चाहिए था। यूट्यूब(YouTube) प्लेटफार्म पर उनका ये गाना काफी लोकप्रिय हो रहा है। आपको बता दें कि बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री कंगना रानौत ने एक बड़े टीवी चैनल को दिये साक्षात्कार में कहा था कि देश को 1947 में मिली आजादी भीख थी देश को असली आजादी तो साल 2014 में नरेंद्र मोदी के देश के प्रधानमंत्री बनने के बाद मिली है। उनके इस बयान को लेकर उनकी हर तरफ आलोचना हो रही है। विपक्ष उनके इस बयान को लेकर के हर विरोध का तरीका अपना रहा है। देश की विपक्षी पार्टियों ने उनके बयान को देश की आजादी के लिए कुर्बान हो गये महानायकों का अपमान बताया है। आप नेहा सिंह राठौर का ये गाना निचे दिये गये लिंक(Link) पर जा कर के सुन सकते हैं।