बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन ने चुनाव जीत कर इतिहास रच दिया था। 20 नवंबर को जेडीयू के नीतीश कुमार ने दसवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। इनके साथ ही कुल 26 विधायकों को मंत्री बनाया गया है। जेडीयू मंत्री मंडल में विस्तार करने जा रही है। सीएम नीतीश कुमार अति-पिछड़े और कुशवाहा वर्ग के विधायकों को अवसर देने चाहती है।
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन ने चुनाव जीत कर इतिहास रच दिया था। 20 नवंबर को जेडीयू के नीतीश कुमार ने दसवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। इनके साथ ही कुल 26 विधायकों को मंत्री बनाया गया है। जेडीयू मंत्री मंडल में विस्तार करने जा रही है। सीएम नीतीश कुमार अति-पिछड़े और कुशवाहा वर्ग के विधायकों को अवसर देने चाहती है। वहीं भाजपा के कोटे से तीन विधायक मंत्री बन सकते है। कुल मिलकार बिहार विधानसभा में 36 मंत्री हो जाएंगे।
जनता दल यूनाईटेड के नेताओं ने नाम छापने की शर्त पर बताया कि एनडीए गठबंधन मंत्री मंडल में विस्तार करने की तैयारी कर रहा है, जिसमें भाजपा के कोटे से तीन, जनता दल यूनाईटेड से छह, एलजीपी से दो और अन्य सहयोगी दलों से एक—एक विधायक मंत्री बन सकते है। बता दें कि इस मंत्री मंडल विस्तार में गठबंधन की ओर से नए चेहरे और युवाओं को मौका दे सकती है। वहीं जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने इस विषय पर किसी किसी से कोई बात नहीं हो रही है।