बिजनौर में 17 फरवरी को कुछ लोगो ने लाठी डंडों से पीट पीटकर गुलदार को मौत के घाट उतार दिया था इस मामले में पुलिस ने एक किसान को जेल भेज दिया था । जिससे नाराज़ भाकियू के कार्यकर्ताओं ने उपजिलाधिकारी से किसान की रिहाई ओर असली आरोपियों की गिरफ्तारी के संबंध में एक ज्ञापन दिया है ।
भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचकर एसडीएम को सौंपे ज्ञापन में एक बड़े आंदोलन की चेतावनी देते हुए न्याय की मांग की है। गांव गंगोड़ा शेख में 17 फरवरी को हुए गुलदार मौत प्रकरण में वन विभाग व पुलिस विभाग द्वारा एक किसान को पुलिस द्वारा आरोपी मानते हुए जेल भेज दिया गया था। उसी को लेकर मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचे जहां उन्होंने उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए किसानों का उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए न्याय की मांग की।
भाकियू पदाधिकारियों का कहना है कि, किसानों पर पुलिस दबिश देकर भय का माहौल पैदा कर रही है। ग्रामीणों द्वारा वन विभाग को सूचित कर गुलदार के बारे में अवगत कराया गया था और मौके पर पहुंचने पर वन विभाग व पुलिस टीम को जिंदा गुलदार सुपुर्द किया गया था। इसके बाद एक वीडियो में मोबाइल में दिख रहे लोग जो गुलदार की मिलने की सूचना पर पहुंचे थे उन्हीं की वीडियो को आधार बनाकर निर्दोष लोगों पर पुलिस व वन विभाग की टीम उत्पीड़नात्मक कार्यवाही कर रही है। भाकियू ने किसी भी निर्दोष किसान का उत्पीड़न कतई बर्दाश्त नहीं करने की मांग करते हुए एक बड़े आंदोलन की चेतावनी दी, साथ ही एसडीएम सदर को ज्ञापन सौंप कर न्याय की मांग की।
रिपोर्ट:- तुषार वर्मा