उत्तर प्रदेश की राजनीति का केंद्र रही रामजन्मभूमि आंदोलन के जनकों में से एक और उत्तर प्रदेश के पहले भाजपा के मुख्यमंत्री कल्याण सिंह नहीं रहे।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजनीति का केंद्र रही रामजन्मभूमि आंदोलन के जनकों में से एक और उत्तर प्रदेश(uttar pradesh) के पहले भाजपा के मुख्यमंत्री कल्याण सिंह(Kalyan singh) नहीं रहे। वो काफी दिनों से बीमार चल रहे थे। उन्हें लखनऊ स्थित पीजीआई अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां पिछले कई हफ्तों से वो आईसीयू में थे। लम्बे समय से बीमार रहने के कारण उनके शरीर के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था।
इस दौरान उनसे मिलने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री(cm) योगी आदित्यनाथ(aaditya nath) कई बार अस्पताल पहुंचें। उनसे मिलने जाने वालों में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्य्क्ष जेपी नड्डा(jp madda), गृह मंत्री अमित शाह प्रमुख रहे। उनके गुजरने के साथ ही उत्तरप्रदेश की एक राजनीतिक शख्सियत का अंत हो गया। कल्याण सिंह का जन्म पांच जनवरी 1932 को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले की अतरौली तहसील के मढ़ौली गांव में हुआ।
उनकी पत्नी का नाम रामवती है। कल्याण सिंह के एक पुत्र एक पुत्री है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर बाबरी मस्जिद विध्वंस में उनका कार्यकाल विवादास्पद रहा। कल्याण सिंह जून 1991 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। बाबरी मस्जिद विध्वंस (babri vishwansh))के बाद उन्होंने इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुये 6 दिसम्बर 1992 को मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया। कल्याण सिंह सितम्बर 1997 से नवम्बर 1999 तक पुनः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। इसके साथ ही कल्याण सिंह ने चार सितम्बर 2014 को राजस्थान के राज्यपाल (governer)पद संभाला फिर उन्हें जनवरी 2015 में हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल बनाया गया। जानकारी मिलने के पश्चात उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ कुछ ही देर में पहुँच रहे हैं पीजीआई।